मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां सड़क पर उतरी
वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने धरना देकर अपनी आवाज बुलंद की। इसके बाद वह सड़कों पर उतर आई और नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। पांच सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन...
वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने धरना देकर अपनी आवाज बुलंद की। इसके बाद वह सड़कों पर उतर आई और नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। पांच सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन सदर विधायक को सौंपा है। जिसमें मांगे पूरी करने की मांग उठाई है।
अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासभा के बैनर तले मंगलवार को कार्यकत्रियों ने पुराने विकास भवन के पास धरना दिया। इसके बाद सड़कों पर उतर मुख्यमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन सदर विधायक राकेश गोस्वामी को सौंपा। जिसमें कहा है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्री का मानदेय 18 हजार व 9 हजार दिया जाए, आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिका कार्यकत्री को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, मुख्य सेविका के पदों पर पदोन्नति की आयु सीमा समाप्त कर शत प्रतिशत कार्यकत्रियों की पदोन्नति की जाए, आंगनबाड़ी कार्यकत्री के द्वारा निर्गत प्रमाण पत्र के आधार पर ही प्राथमिक विद्यालय व नर्सरी आदि अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के बच्चों का प्रवेश दिया जाए, उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पूर्व भाजपा के संकल्प पत्र में 120 दिन के अंदर आंगनबाड़ी कर्मचारियों के मानदेय बढ़ाए जाने के वादे को आज तक पूरा नहीं किया गया है। मांग की है कि बिना अविलम्ब मानदेय बढ़ाया जाए क्योंकि बेहद कम मानदेय में कार्यकत्रियों के परिवार का भरण पोषण नहीं हो रहा है। धरने में जिलाध्यक्ष सबीहा खान, जिला मंत्री फूलवती सिंह के अलावा संयुक्त कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष सुनील शर्मा व मंत्री सुलेमान खान भी रहे।