उन्नत परिवार के सृजन में नारी हृदय के धड़कन के समान
सीखड़,हिन्दुस्तान संवाद। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार में मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत सोमवार को विश्व...

सीखड़,हिन्दुस्तान संवाद। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्राम सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चुनार में मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत सोमवार को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर उन्नत परिवार के सृजन में नारी शक्ति की भूमिका विषयक ऑनलाइन राष्ट्रीय बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन किया गया।
परिसंवाद का शुभारंभ बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा शालू पटेल ने सरस्वती वंदना के साथ किया। सारस्वत वक्त्री, डा. वंदना द्विवेदी सहायक आचार्य नवयुग कन्या महाविद्यालय राजेंद्र नगर लखनऊ ने कहा कि उन्नत परिवार के सृजन में नारी की भूमिका हृदय के धड़कन के समान है। जब तक शरीर में हृदय की धड़कन चलती है तब तक मनुष्य जीवित रहता है। उसी प्रकार जब तक नारी परिवार के निर्माण में महती भूमिका निभाती है, तभी तक परिवार का उत्तरोत्तर सृजन होता है । पूर्वांचल विवि शिक्षक संघ के महामंत्री व विशिष्ट वक्ता डा. राहुल सिंह कहा कि परिवार के निर्माण में नारी शक्ति की 90 प्रतिशत और 10 प्रतिशत परिवार के सदस्यों की। नारी के महत्व को रेखांकित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अशर्फीलाल ने बताया कि नारी प्राचीन काल से ही विविध रूपों में परिवार के निर्माण में अनिवार्य भूमिका का निर्वहन करती आ रही है। संचालन मिशन शक्ति कार्यक्रम के संयोजक डा. प्रभात कुमार सिंह, स्वागत डा. राज किशोर पांडेय ने एवं धन्यवाद सह संयोजिका डा. शेफालिका राय ने किया। इस अवसर पर डा. योगेंद्र त्रिपाठी, डा. गीता शुक्ला, डा. चंद्रकांत दत्त शुक्ल, डा. मंजुला यादव के अलावा शिक्षक छात्र-छात्राएं रहे।
