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रेलवे कालोनी की दशा बद से बदहाल हुई

रेल कर्मचारियों के लिए बनवायी गयी कालोनी की दशा काफी खराब हो गयी है। रेलवे कालोनी के कमरों की मरम्मत न कराए जाने से कर्मचारियों को खस्ताहाल कमरों में रात गुजारनी पड़ रही है। किसी के छत पर रखी पानी की...

रेलवे कालोनी की दशा बद से बदहाल हुई
हिन्दुस्तान टीम,मिर्जापुरSun, 12 Nov 2017 11:23 PM
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रेल कर्मचारियों के लिए बनवायी गयी कालोनी की दशा काफी खराब हो गयी है। रेलवे कालोनी के कमरों की मरम्मत न कराए जाने से कर्मचारियों को खस्ताहाल कमरों में रात गुजारनी पड़ रही है। किसी के छत पर रखी पानी की टंकी से पानी टपक रहा है तो किसी कर्मचारी के कमरे की फर्श टूटी हुई है। वहीं अफसरों के बंगले चमचमाते नजर आ रहे हैं। इससे कर्मचारियों में रोष है।

स्थानीय रेलवे कालोनी की दशा खराब है। वर्षों से कर्मचारियों के कमरों की मरम्मत न कराए जाने से इन आवासों में रहने वाले कर्मचारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में उत्तरी तरफ बनवाए गए नवीन कालोनी की दशा सर्वाधिक खराब है। स्थिति यह है कि अधिकांश कमरों की फर्श टूट गयी है। दरवाजे की प्लाई भी खराब हो गयी है। छत पर पानी आपूर्ति के लिए रखी गयी टंकी घटिया क्वालिटी होने के कारण टपक रही है। इससे टंकी का पूरा पानी कर्मचारियों के आवास में घुस जाता है। कई कर्मचारी इस सम्बध में रेलवे के निर्माण विभाग के इंजीनियरों से शिकायत कर चुके हैं। इसके बावजूद कालोनी के आवासों की मरम्मत नहीं करायी जा रही है।

रेलवे के अफसरों के बंगलों की रंगाई-पोताई समय से करा दी जाती है। यदि किसी अफसर ने नया गेट लगवाने की इच्छा जतायी तो इंजीनियर विभाग उसे तत्काल बदल देते हैं। कर्मचारियों के कमरों की रंगाई-पोताई भी दो से तीन वर्ष बाद करायी जाती है। कालोनी की सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गयी है। खस्ताहाल सड़क पर पैदल चलना दुश्वार हो गया है। रात के वक्त बिजली गुल हो जाने पर अक्सर राहगीर गड्ढों में फंसकर चुटहिल हो जाते हैं। इसके बावजूद रेल प्रशासन खस्ताहाल कालोनी व सड़क की मरम्मत नहीं करा पा रहा है।

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