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अब कोरोना के संदिग्धों की होगी डिजीटल स्कैनिंग

अब यात्रियों को विभिन्न ट्रेनों से यात्रा करने के लिए कोरोना के संभावित मरीजों के बदन के तापमान के परीक्षण के लिए डिजीटल स्कैनिंग की...

अब कोरोना के संदिग्धों की होगी डिजीटल स्कैनिंग
हिन्दुस्तान टीम,मिर्जापुरSat, 03 Oct 2020 03:11 AM
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अब यात्रियों को विभिन्न ट्रेनों से यात्रा करने के लिए कोरोना के संभावित मरीजों के बदन के तापमान के परीक्षण के लिए डिजीटल स्कैनिंग की जाएगी। रेलवे ने प्रयागराज मण्डल के अलीगढ़,कानपुर,प्रयागराज और मिर्जापुर स्टेशन पर डिजीटल स्कैनिंग मशीन लगाया है। इससे रेलवे के कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण के मद्देनजर यात्रियों के बदन के तापमान के परीक्षण में काफी मदद मिल जाएगी। यात्रियों के बदन का तापमान लेने के लिए अब एक अतिरिक्त कर्मचारी की ड्यूटी नहीं लगानी होगी।कोरोना संक्रमण का समय जैसे-जैसे गुजर रहा है वैसे-वैसे इस बीमारी का पता लगाने के लिए नये-नये उपकरण भी खोज किए जा रहे है। बीते मार्च महीने में कोरोना के संभावित मरीजों के बदन का तापमान परीक्षण करने के लिए थर्मर स्कैनल का उपयोग किया जा रहा था। अभी भी अधिकांश स्थानों पर कोरोना के संभावित मरीजों के बदन का तापमान मापने के लिए थर्मल स्कैनर का ही उपयोग किया जाता है। रेलवे भी 30 सितंबर तक थर्मल स्कैनर से ही यात्रियों के बदन का तापमान माप रहा था। इसके लिए रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक पर स्थित गेट के पास दो टिकट परीक्षकों की ड्यूटी लगायी गयी थी। एक टिकट परीक्षक यात्रियों के टिकट को चेक करता था वहीं दूसरा थर्मल स्कैनर से यात्री के बदन का तापमान मापता था। रेलवे ने अब विभिन्न स्टेशनों पर इस व्यवस्था को समाप्त कर नयी व्यवस्था शुरू कर दी है। रेल प्रशासन ने अब यात्रियों के बदन का तापमान मापने के लिए थर्मल स्कैनर की बजाय डिजीटल स्कैनिंग कराने का फैसला किया है। रेलवे की तरफ से चुनिंदा स्टेशनों पर यह व्यवस्था शुरू कर दी गयी है। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर जाने के लिए बनाए गए प्रवेश द्वार पर ही डिजीटल स्कैनिंग मशीन लगा दी गयी है। इस मशीन में तापमान मापने के लिए एक कैमरा और एक टीवी स्क्रीन की व्यवस्था है। कैमरे के सामने यात्री को मात्र एक मिनट खड़ा होना पड़ता है और अगले ही पल यात्री के बदन का तापमान स्क्रीन पर शो करने लगता है। स्क्रीन पर तापमान देखने के बाद ही टिकट परीक्षक यात्री को संबंधित प्लेटफार्म पर जाने की अनुमति देते है। इस व्यवस्था को लागू कर दिए जाने से अब रेलवे को यात्रियों के बदन का तापमान मापने के लिए थर्मर स्कैनर के साथ एक कर्मचारी की ड्यूटी नहीं लगानी पड़ेगी।

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