ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश मिर्जापुरविंध्याचल में सवा लाख श्रद्धालुओं ने विंध्य दरबार में मत्था टेका

विंध्याचल में सवा लाख श्रद्धालुओं ने विंध्य दरबार में मत्था टेका

शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि को भक्तों ने मां विंध्यवासिनी के स्कंदमाता के स्वरूप का दर्शन पूजन किया। विंध्य दरबार में लगभग सवा लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन...

शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि को भक्तों ने मां विंध्यवासिनी के स्कंदमाता के स्वरूप का दर्शन पूजन किया। विंध्य दरबार में लगभग सवा लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन...
1/ 2शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि को भक्तों ने मां विंध्यवासिनी के स्कंदमाता के स्वरूप का दर्शन पूजन किया। विंध्य दरबार में लगभग सवा लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन...
शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि को भक्तों ने मां विंध्यवासिनी के स्कंदमाता के स्वरूप का दर्शन पूजन किया। विंध्य दरबार में लगभग सवा लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन...
2/ 2शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि को भक्तों ने मां विंध्यवासिनी के स्कंदमाता के स्वरूप का दर्शन पूजन किया। विंध्य दरबार में लगभग सवा लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन...
हिन्दुस्तान टीम,मिर्जापुरWed, 21 Oct 2020 06:21 PM
ऐप पर पढ़ें

शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि को भक्तों ने मां विंध्यवासिनी के स्कंदमाता के स्वरूप का दर्शन पूजन किया। विंध्य दरबार में लगभग सवा लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किया। अष्टभुजा और कालीखोह मंदिरों पर भी भक्तों की भीड़ रही। श्रद्धालुओं ने त्रिकोण परिक्रमा किया। मां के दर्शन पूजन के लिए बिहार, झारखण्ड, गोरखपुर, बलिया, आजमगढ़, कानपुर, लखनऊ,प्रतापगढ़, दिल्ली तक के श्रद्धालु विंध्यधाम पहुंचे हैं। इस बार रेलवे की तरफ से अतिरिक्त ट्रेनों का परिचालन न किए जाने से भक्तों को निजी वाहनों से मां के दरबार आना पड़ रहा है। मां विंध्यवासिनी के कमलवत चरणों में मत्था टेकने के लिए दूर-दराज के भक्त निजी वाहनों और ट्रेनों व बसों से मध्य रात्रि में ही विंध्याचल पहुंच गए थे। विंध्यधाम पहुंचने के बाद भक्तों ने सीधे गंगा घाट स्नान किया। स्नान करने के बाद भक्त हाथों में प्रसाद व माला-फूल लेकर मां के दर्शन पूजन के लिए मंदिर की तरफ रवाना हो गए। मंदिर के दोनों प्रवेश द्वार एवं झांकी पर भोर में ही लंबी लाइन लगी थी। मंगला आरती के बाद मंदिर का कपाट खुलते ही भक्त मां के चरणों में मत्था टेकने के लिए गर्भगृह में पहुंच गए। मां का विधि-विधान से दर्शन पूजन कर भक्तों ने मंदिर परिसर में स्थित अन्य देवी-देवताओं का दर्शन पूजन कर हवन कुण्ड की परिक्रमा किए। श्रद्धालुओं ने अष्टभुजा और कालीखोह मंदिरों में दर्शन किया। इन मंदिरों पर भी दर्शन पूजन के लिए चार बजे भोर से ही भक्तों की लाइन लगी थी। मां का दर्शन पूजन कर भक्त त्रिकोण परिक्रमा में जुट गए। विंध्यधाम के पुरोहितों की मानें तो पंचमी तिथि को लगभग सवा लाख भक्तों ने मां का दर्शन पूजन किए।रैन बसेरा में नहीं रहा तिल भर जगह : अष्टभुजा पहाड़ी और मंदिर के नीचे बनवाया गया रैन बसेरा यात्रियों से खचाखच भरा रहा। गैर जिले के दर्शनार्थी रैन बसेरा में बुधवार को दोपहर से ही डेरा जमा लिए थे। दोनों रैन बसेरा की स्थिति यह है कि लोगों को खड़े होने के लिए भी जगह नहीं मिल पा रही थी। रेलवे और रोडवेज की कमाई घटी : बीते नवरात्र मेले की अपेक्षा इस बार रेलवे और रोडवेज की कमाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। स्थिति यह है कि कोरोना के भय से अपेक्षित संख्या में श्रद्धालु नहीं आ रहे है। इससे बसों को यात्रियों का इंतजार करने के लिए एक से डेढ़ घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं अतिरिक्त ट्रेनों का परिचालन न किए जाने से रेलवे को भी आर्थिक क्षति हो रही है।मंदिर की छत पर पाठ करने वालों की रही भीड़ : मां विंध्यवासिनी मंदिर की छत पर नौ दिन मां के दरबार में निवास कर पाठ करने वाले पुरोहितों व श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। छत पर लोगों को बैठने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। स्थिति यह है कि जिस स्थान पर पुरोहित आसन लगा लिए है वे उस स्थान से हट ही नहीं रहे है। यदि दैनिक क्रिया के लिए हटते है तो पास में स्थित अन्य व्यक्ति को अपना आसन देखनेे की जिम्मेदारी सौंप देते है। वाहन स्टैण्डों से वसूला जा रहा मनमाना किराया : प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद वाहन स्टैण्डों पर निर्धारित शुल्क से अधिक किराया वसूला जा रहा है। कुछ वाहन स्टैण्ड मालिक रेट बोर्ड को ढ़क दिए है ताकि लोगों को पता न चल सके कि जिला प्रशासन ने क्या किराया तय किया है। इसकों लेकर आए दिन विवाद भी होता रहता है। दर्शनार्थियों के भीड़ में पहुंच जा रहे आटो : विंध्याचल। नवरात्र मेले में जहां अन्य लोगों को वाहन पास जारी किया गया है। वहीं आटो चालक बगैर वाहन पास के ही मेला क्षेत्र में बेखौफ यात्रियों को ले जा रहे है। रोडवेज स्टेशन की तरफ से आटो चालक आटों लेकर प्रशासनिक भवन तक चले आते है। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। वहीं इससे आम श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें