खतरे के निशान के करीब गंगा का जलस्तर
जिले में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 47 सेंटीमीटर नीचे है। अब गंगा के जलस्तर में वृद्धि की रफ्तार 5 सेंटीमीटर से घटकर 2 सेंटीमीटर हो गई...
मिर्जापुर। जिले में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 47 सेंटीमीटर नीचे है। अब गंगा के जलस्तर में वृद्धि की रफ्तार 5 सेंटीमीटर से घटकर 2 सेंटीमीटर हो गई है। जिले में गुरुवार को सुबह 10:00 बजे गंगा का जलस्तर 76.4 मीटर रिकॉर्ड की गई। यह जलस्तर खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर कम है। बावजूद जिले में संभावित बाढ़ का खतरा बना हुआ है। गंगा के तटवर्ती इलाके के विभिन्न गांव के सीवान में भारत का पानी तेजी से फैल रहा है। इससे किसानों की फसलों के क्षेत्र होने की संभावना बढ़ गई है। सदर एवं चुनार तहसील के लगभग 400 गांवों पर संभावित बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इनमें कई ऐसे गांव हैं जो गंगा के तट के काफी करीब है। यदि जलस्तर में इसी तरह वृद्धि जारी रही तो इन गांवों में पानी घुस सकता है। हालांकि, जिला प्रशासन ने बाढ़ से निबटने के लिए आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली है। सदर और चुनाव तहसील में 34 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है। इन बाढ़ चौकियों पर राजस्व कर्मियों एवं अन्य विभागों के कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। गंगा के वार से गिरने वाले गांव से लोगों को बाहर निकालने के लिए नाव की भी व्यवस्था की गई है। डीएम प्रवीण कुमार अच्छे गाने गुरुवार को सुबह सरदार और चुनार तहसील के उप जिलाधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों पर नजर रखने की हिदायत दी है। क्या है कि गंगा के जलस्तर पर बराबर नजर रखी जाए। साथ ही इस संबंध में कंट्रोल रूम को भी अवगत कराते रहें।
