समितियों पर नही मिल रही यूरिया,किसान परेशान
Mirzapur News - राजगढ़, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र के सहकारी समितियों पर यूरिया खाद

राजगढ़, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र के सहकारी समितियों पर यूरिया खाद उपलब्ध न होने से यूरिया खाद के लिए किसान निजी खाद की दुकानों का चक्कर काट रहे हैं। जिसका फायदा उठाकर निजी खाद विक्रेता किसानों को काफी मंहगे दामों पर खाद बेचकर उनका शोषण कर रहे है।
लगातार खाद कमी की समस्या से जूझ रहे क्षेत्र के किसानों का आरोप है, कि जब खाद की आवश्यकता पड़ती है, तो समितियों पर अक्सर खाद नही मिल पाती। अभी कुछ दिन पहले नबम्बर व दिसम्बर माह में गेंहू की बुवाई के लिए किसानों डीएपी खाद के लिए परेशान होना पड़ा। किसी तरह किसान गेंहू की बुवाई किए थे अब बोए गये गेंहू के फसल की पहली सिंचाई करने के बाद जब यूरिया खाद छिड़कने की बारी आई तो समितियों पर यूरिया नहीं मिल पा रही हैं।
किसानों का मानना है कि गेंहू की बुवाई के 21 दिन बाद पहली सिंचाई कर खाद का छिड़काव करने से फसल अच्छी होती है तथा पैदावार भी बढ़ता है परन्तु यूरिया नहीं मिलने से फसल खराब हो सकती हैं। जिससे फसल को खराब होने से बचाने के लिए किसान यूरिया के लिए निजी दुकानों का चक्कर काट रहे हैं। जिसका फायदा उठाकर निजी खाद बिक्रेता 350 रुपये प्रति बोरी यूरिया बेच रहे हैं। किसानों का कहना है कि एक एकड़ जमीन पर एक बोरी यूरिया खाद देने का नियम बनाया गया है परन्तु दस एकड़ जमीन वाले किसानों को अधिकतम पांच बोरी ही खाद दिया जा रहा है।
क्षेत्र के किसान जिला प्रशासन से समितियों पर यूरिया खाद उपलब्ध कराने की मांग किये हैं। इस सम्बन्ध मे सचिव विजयानंद दुबे ने बताया कि 24 दिसम्बर को एक ट्रक यूरिया आया था जो किसानों में वितरित कर दिया गया।एक दो दिन में यूरिया फिर आ जायेगी। एक किसान को अधिकतम पांच बोरी ही यूरिया दी जाएगी।
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