डीएपी का वितरण न करने पर किसानों ने समिति पर जड़ा ताला
जिगना, हिन्दुस्तान संवाद। साधन सहकारी समिति नरोइयां की दुकान से डीएपी उर्वरक...

जिगना, हिन्दुस्तान संवाद।
साधन सहकारी समिति नरोइयां की दुकान से डीएपी उर्वरक की कालाबाजारी तथा वितरण नहीं करने के विरोध में आक्रोशित किसानों ने जमकर हंगामा किया। किसानों ने शनिवार को सुबह दस बजे दिन तक दुकान का ताला नहीं खुलने पर किसानों ने अपना भी ताला जड़ दिया।
किसानों ने खुलेआम आरोप लगाया कि रात के अंधेरे में दुकान का शटर खोल कर जिम्मेदारों ने डीएपी की काला बाजारी की है। डीएपी बंटने की उम्मीद में सुबह सात बजे से ही भारी संख्या में किसान डट गए थे। दस बजे दिन तक जब ताला नहीं खुला तो किसानों के सब्र का बांध टूट गया। सहकारी समिति के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बताया कि गोदाम में दो सौ बोरी डीएपी तथा दो सौ बोरी यूरिया डंप है। फिर भी दुकान का गेट बंद रखा गया। दस बजे दिन तक सैकड़ों की संख्या में किसानों का जमावड़ा लग गया। इसी दौरान प्रभारी सचिव राकेश यादव पुलिस बल के साथ धमक पड़े। नायब दरोगा खुर्शीद आलम ने समझा बुझाकर माहौल शांत किया। वहीं प्रभारी सचिव राकेश यादव ने बताया कि कालाबाजारी का आरोप सही नहीं है। गोदाम में मात्र दो सौ बोरी डीएपी उपलब्ध है। यहां एकसाथ एक हजार से भी अधिक किसान उर्वरक लेने के लिए मारामारी कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में वितरण कैसे संभव है। जबकि सहायक निबंधक विपिन सिंह ने बताया कि प्रभारी सचिव ने गुहार लगाई थी कि भारी संख्या में किसान पहुंच गए हैं। यदि गोदाम का ताला खोला गया तो लूटपाट मच सकती है। रामप्यारे ज्ञानचंद छब्बूलाल लालचंद रमेश रामरती आदि किसानों ने कहा कि फिलहाल डेढ़ से दो हजार बोरी उर्वरक की जरूरत है।