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नवरात्र के पांचवें दिन मां स्कंदमाता के स्वरूप में किए दर्शन पूजन

शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि को भक्तों ने मां विंध्यवासिनी के स्कंदमाता के स्वरूप में दर्शन पूजन कर निहाल हो गए। विंध्य दरबार में लगभग एक लाख श्रद्धालु दर्शन पूजन कर पुण्य की कामना की। बीती रात से ही...

नवरात्र के पांचवें दिन मां स्कंदमाता के स्वरूप में किए दर्शन पूजन
हिन्दुस्तान टीम,मिर्जापुरFri, 04 Oct 2019 12:47 AM
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शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि को भक्तों ने मां विंध्यवासिनी के स्कंदमाता के स्वरूप में दर्शन पूजन कर निहाल हो गए। विंध्य दरबार में लगभग एक लाख श्रद्धालु दर्शन पूजन कर पुण्य की कामना की। बीती रात से ही रूक-रूक कर हो रही बरसात से दर्शनार्थियों को दर्शन पूजन करने में दिक्कतें हुई। इसके बावजूद भक्त श्रद्धाभाव से दर्शन पूजन करने में जुटे रहे। बरसात के चलते श्रद्धालु होटल और रैन बसेरा में बैठ कर बरसात बंद होने का इंतजार करने में जुटे रहे। बरसात के कारण अष्टभुजा और कालीखोह मंदिरों पर भी भक्तों की संख्या अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ कम रही। मां विंध्यवासिनी के कमलवत चरणों में मत्था टेकने के लिए दूर-दराज के भक्त विभिन्न ट्रेनों और बसों से मध्य रात्रि में ही विंध्याचल पहुंच गए थे। रेलवे स्टेशन और रोडवेज में वाहनों से उतरने के बाद भक्त सीधे गंगा घाट व होटलों में स्नान करने के लिए पहुंच गए। स्नान करने के बाद भक्त हाथों में प्रसाद व माला-फूल लेकर मां के दर्शन पूजन के लिए मंदिर की तरफ रवाना हो गए। मंदिर के दोनों प्रवेश द्वार एवं झांकी पर भोर में ही लंबी लाइन लग गयी थी। मंगला आरती के बाद मंदिर का कपाट खुलते ही भक्त मां के चरणों में मत्था टेकने के लिए गर्भगृह में पहुंच गए। मां का विधि-विधान से दर्शन पूजन कर भक्त मंदिर परिसर में स्थित अन्य देवी-देवताओं का दर्शन पूजन कर हवन कुण्ड की परिक्रमा किए। इसके बाद अष्टभुजा और कालीखोह मंदिरों पर दर्शन पूजन के लिए रवाना हो गए। इन मंदिरों पर भी दर्शन पूजन के लिए चार बजे भोर से ही भक्तों की लाइन लग गयी थी। मां का दर्शन पूजन कर भक्त त्रिकोण परिक्रमा में जुट गए। रिमझिम बरसात के बीच त्रिकोण परिक्रमा करने में जुटे रहे। रास्ते में सड़कों पर बरसात का पानी जमा होने के कारण श्रद्धालुओं को दिक्कतें हुई, पर आस्था के चलते वे सभी दिक्कतों को हंस कर झेलते रहे। किसी भी भक्त ने उफ तक नहीं की।दुकानों पर लगी पालीथिन में श्रद्धालुओं ने ली शरणविंध्याचल। बरसात से बचने के लिए मां के दर्शन पूजन के लिए लाइन में खड़े श्रद्धालु दुकानों के सामने लगाए गए पालीथिन के नीचे से होते हुए मंदिर तक की दूरी तय की। जिन श्रद्धालुओं के साथ छोटे-छोटे बच्चे थे उन्हें दर्शन पूजन में काफी दिक्कत हुई। वे किसी तरह मंदिर पहुंच कर दर्शन पूजन किए।रेलवे के यात्री शेड में भी बैठान हुआ मुश्किल विंध्याचल। बरसात के चलते मां का दर्शन पूजन करने आने वाले श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतें हो रह है। रेलवे स्टेशन परिसर में यात्रियों की सुविधा के लिए बनवाए गए यात्री शेड के अंदर पानी घुस जा रहा है। इससे यात्री शेड में डेरा जमाए श्रद्धालुओं को भारी दिक्कत हुई। वे सुरक्षित स्थान की तलाश में पूरी रात परेशान रहे।रैन बसेरा में नहीं रहा तिल भर जगह विंध्याचल। बरसात के चलते अष्टभुजा पहाड़ी और मंदिर के नीचे बनवाया गया रैन बसेरा यात्रियों से खचाखच भरा रहा। गैर जिले के दर्शनार्थी रैन बसेरा में बुधवार को दोपहर से ही डेरा जमा लिए थे। दोनों रैन बसेरा की स्थिति यह है कि लोगों को खड़े होने के लिए भी जगह नहीं मिल पा रही थी। सड़कों का रहा बुराहाल, गड्ढों में भरा पानी बना मुसीबतविंध्याचल। बरसात से नगर ही नहीं बल्कि हाईवे की सड़कों पर भी अनगिनत गड्ढे हो गए है। इन गड्ढों में भरे पानी में फंस कर अक्सर दो पहिया वाहन चालक गिर जाया करते है। बरसात होने के कारण सड़कों की मरम्मत भी नहीं कराया जा सका। इस बार नवरात्र मेला में दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु वाहनों में हिंचकोले खाते हुए मंदिर तक पहुंच रहे है। रेलवे और रोडवेज की कमाई घटीविंध्याचल। बीते नवरात्र मेले की अपेक्षा इस बार रेलवे और रोडवेज की कमाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। स्थिति यह है कि मौसम खराब होने के कारण अपेक्षित संख्या में श्रद्धालु नहीं आ रहे है। इससे बसों को यात्रियों का इंतजार करने के लिए एक से डेढ़ घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं रेल गाड़ियों में भी कोई अतिरिक्त पैसेंजर नहीं आ रहे है। गंगा घाटों पर करायी गयी बैरिकेडिंग विंध्याचल। गंगा के जलस्तर में इस वर्ष हुई वृद्धि के मद्दे नजर प्रशासन ने स्नान के लिए तय किए गए तीनों गंगा घाटों पर बैरिकेडिंग करा दिया है, ताकि श्रद्धालु गहरे पानी में पहुंच कर स्नान न करने पाए। इसके अलावा घाट पर पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की गयी है। पुलिस कर्मी स्नान करने वालों को सावधान कर रहे हैं कि गहरे पानी में स्नान के लिए न जाए। मंदिर की छत पर पाठ करने वालों को हो रही दिक्कतविंध्याचल। बरसात के चलते मंदिर की छत पर नौ दिन मां के दरबार में निवास कर पाठ करने वाले पुरोहितों व श्रद्धालुओं को काफी दिक्कत हो रही है। जब बरसात होने लगती है तो वे अपनी आसनी एवं दीपक आदि लेकर इधर-उधर भटकने लगते है। प्रशासन की तरफ से ऐसे लोगों के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं की गयी है।

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