मिर्जापुर में मुंबई एक और कोरोना संक्रमित मरीज मिला
मुंबई से लौटा एक और कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मच गया। टीम ने क्वारंटीन सेंटर से संक्रमित को शेमफोर्ड में बने कोरोना वार्ड में भर्ती करा दिया है। संक्रमित मरीज 15 मई को...
मुंबई से लौटा एक और कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मच गया। टीम ने क्वारंटीन सेंटर से संक्रमित को शेमफोर्ड में बने कोरोना वार्ड में भर्ती करा दिया है। संक्रमित मरीज 15 मई को मुंबई से कछवां के जमुआ गांव में लौटा था। जिले में अब तक कुल 32 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। इसमें सात मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। कछवां के जमुआ गांव निवासी 28 वर्षीय एक युवक मुंबई में ठेला खुमचा लगाता था। लॉकडाउन के चलते वह मुंबई में फंस गया था। वह गांव के ही अपने एक साथी संग ट्रक में सवार होकर 15 मई को वाराणसी के बाबतपुर पहुंचा था। वहां से युवक अपने चाचा के साथ बाइक से गांव पहुंचा। मुंबई से लौटे युवक को ग्रामीणों ने जमुआ स्थित एक विद्यालय में क्वारंटीन करा दिया। क्वारंटीन सेंटर में पांच दिन बाद अचानक युवक की तबीयत खराब होने पर उसे लोहंदी क्वारंटीन सेंटर भेज दिया गया। यहां रैपिड रिस्पांस टीम ने संदिग्ध का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा। सुबह आई रिपोर्ट में युवक कोरोना पॉजिटिव मिला। टीम ने संक्रमित मरीज को एंबुलेंस से शेमफोर्ड कोरोना वार्ड में भर्ती कराया। स्वास्थ्य विभाग की टीम अब संक्रमित के संपर्क में आने वाले लोगों की जांच करा रही है। सीएमओ डा. ओपी तिवारी ने बताया कि मुंबई से आया कछवां के जमुआ गांव निवासी एक युवक कोरोना संक्रमित मिला है। उसे कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया है। गांव में सर्वे टीम जांच के लिए लगायी गयी है। संक्रमित का गांव जमुआ हॉटस्पॉट घोषित कछवां के जमुआ में कोरोना संक्रमित मिलते ही जिला प्रशासन ने गांव को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया। संक्रमित के घर के सभी मार्ग को पुलिस ने सील कर चौकसी बढ़ा दी है। इलाके में मात्र जरुरतमंद सुविधाएं ही मिल पाएगी। बाहर से आने वाले लोगों को गांव में प्रवेश नहीं मिल सकेगा। गांव में सर्वे टीम लगाकर संक्रमित के संपर्क में आए लोगों की जांच कराई जा रही है। संक्रमित मरीज के चाचा सहित परिवार के अन्य सदस्यों जांच कराई जा रही है। फिलहाल संक्रमित मरीज के चाचा को क्वारंटीन करा दिया गया है। वहीं संक्रमित के साथ आया उसका साथी क्वारंटीन है। अब उसे भी क्वारंटीन सेंटर में अलग कर दिया गया है, ताकि कोरोना का संक्रमण दूसरे व्यक्तियों को न होने पाए। संक्रमित के गांव में पुलिस की तैनाती कर दी गई है।
