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योग की सवारी पर सेहत की डगर चला शहर

योग की सवारी पर सेहत की डगर से गुरुवार सुबह सारा चल निकला। इसमें हर उम्र के लोग शामिल रहे। क्या बच्चे, क्या बुजुर्ग और क्या महिलाएं। अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर गुरुवार को यह कारवां बहुत लंबा दिखाई...

योग की सवारी पर सेहत की डगर चला शहर
हिन्दुस्तान टीम,मेरठFri, 22 Jun 2018 01:47 AM
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आपके अखबार ‘हिन्दुस्तान और पतंजलि योग समिति के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने दीप जलाकर शिविर का शुभारंभ किया। पतंजलि योग समिति के मेरठ/सहारनपुर मंडल प्रभारी योगाचार्य विनोद चौधरी ने मंत्रोच्चार के साथ शिविर की शुरुआत की।

मंच पर पतंजलि महिला समिति की छात्रा बिंदुवती योग प्रशिक्षिकाओं ने नेतृत्व किया। इस दौरान कटि च्रकासन, शलभासन, भुजंगासन आदि का अभ्यास कराया गया। इस दौरान विनोद चौधरी ने बताया कि योग का अर्थ मन, शरीर और श्वांस का एक साथ लयबद्ध हो जाना है। शिविर में सूरजकुंड पार्क खचाखच भर गया। योगाचार्य विनोद चौधरी ने योग के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया। हिन्दुस्तान और पतंजलि योग समिति के संयुक्त तत्वावधान में हुए कार्यक्रम में युवा महिला योग प्रशिक्षकों को सम्मानित किया गया, जिनमें बिंदुरानी, नैंसी लोधी, हिमानी राणा, नेहा माथुर, शिवानी, रूबी आदि रहीं। इस दौरान पतंजलि युवा समिति के प्रभारी अभिनय चौधरी, महिला प्रभारी हर्षिता आर्या, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के सोहनवीर आर्य आदि का योगदान सराहनीय रहा। विशेष आमंत्रित सदस्य बुजुर्ग योग शिक्षक मूर्ति देवी और उषा किरण रहीं। योगाचार्य विनोद चौधरी ने मंच से ‘हिन्दुस्तान के नालों के नरक के अभियान के लिए लोगों से पॉलिथीन का उपयोग नहीं करने की शपथ दिलाई।

5 साल के बच्चे से 85 साल के बुजुर्गों ने किया योग

शहर भर में योग को लेकर लोगों में अति का उत्साह रहा। शिविरों में 5 साल के बच्चे से लेकर 85 साल के बुजुर्गों ने योग किया। सूरजकुंड पार्क में लगे शिविर में पांच साल की बच्चियों शिवानी और लतिका ने कई भारी आसन कर सभी को चौंका दिया। इस दौरान 85 साल के मांगेराम ने तेज आवृत्ति के साथ सूर्य नमस्कार किया। इसके बाद शीर्षासन कर सभी को चौंका दिया। युवाओं की भागीदारी भी शहर भर के शिविरों में रहीं। बुजुर्गवार महिलाओं ने भी कई क्लिष्ट आसन किए। सूरजकुंड पार्क में कई महिलाओं ने मंच से असाध्य रोगों को ठीक होने का अनुभव सुनाया।

डायटिंग नहीं, योग बना महिलाओं का फिटनेस मंत्रा

शहर भर तीनों बड़े शिविर चौधरी चरण सिंह विवि, सूरजकुंड और कैलाश प्रकाश स्टेडियम में महिलाओं की भागीदारी आधे से अधिक रही। सूरजकुंड पार्क में तो महिलाओं की संख्या 75 प्रतिशत के पार थी। इसके साथ ही शहर के अन्य शिविरों में महिलाओं की संख्या ज्यादा रही। सूरजकुंड में तो प्रशिक्षक भी महिलाएं ही थीं। बबीता रानी, दुर्गेश कुमारी, रवीना सिरोही आदि ने बताया कि अन्य व्यायाम करने से शरीर अकड़ा हुआ, जबकि योगाभ्यास से दिनभर ताजगी बनी रहती है। वहीं, तेजगढ़ी के पास स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज में संस्थान के शिविर में महिलाओं की संख्या ही ज्यादा रही। शिविर में महिला साधकों ने ही अभ्यास कराया। शुरुआत मुख्य अतिथि यशवीर सिंह त्यागी ने दीप जलाकर की। महिला साधकों अंजना शर्मा, बबीता, आंचल, नीरू, सीमा, पारूल, मधु, अलका आदि का विशेष सहयोग रहा। महिला साधकों ने कहा कि योग से कई रोगों पर जीत हासिल की है। संचालन सुषमा भारद्वाज ने किया। योग विज्ञान संस्थान दक्षिण जिला के प्रशिक्षकों ने सभी को अभ्यास कराया। सूरज भारद्वाज और विजय कंसल का सहयोग रहा। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान का जागृति विहार में योग शिविर लगा। इसमें भी महिलाओं की भागदारी आधे से अधिक रही। संस्थान की साध्वी लोकेशा भारती ने शिविर में लोगों को योगाभ्यास कराया। कहा कि योग के साथ जीवन में आध्यात्मिक चेतना को जागृत करना ही असली योग है।

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