बिना आचरण का व्यक्ति आत्मघाती : वसुनंदी महाराज
असौड़ा हाउस जैन मंदिर में मंगलवार को आचार्य वसुनंदी के सान्निध्य में पांडुक शिला पर विराजमान पर जलाभिषेक किया गया। नवनीत जैन, रमेश जैन को शांतिधारा का सौभाग्य...
असौड़ा हाउस जैन मंदिर में मंगलवार को आचार्य वसुनंदी के सान्निध्य में पांडुक शिला पर विराजमान पर जलाभिषेक किया गया। नवनीत जैन, रमेश जैन को शांतिधारा का सौभाग्य मिला।
आचार्यश्री ससंघ का मोदीनगर के लिए विहार हो गया।आचार्यश्री वसुनंदी महाराज ससंघ असौड़ा हाउस से निकलकर बच्चा पार्क, खैर नगर, लाला का बाजार, वैली बाजार, कबाड़ी बाजार, शारदा रोड स्थित जैन मंदिर के दर्शन करते हुए इंद्रा नगर होते हुए जैनिस पैलेस पहुंचे। जगह-जगह आचार्यश्री की आरती, पाद पक्षालन व पुष्पवर्षा कर स्वागत हुआ। जैनिस पैलेस में आचार्यश्री ने धर्म सभा को संबोधित किया।उन्ळोंने कहा कि आचारण की पूज्यता से चरणों की पूज्यता है, जिसका आचरण ही पूज्य नहीं है, उसके चरण कौन पूजेगा। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति आचरण से रिक्त है, ऐसा व्यक्ति आत्मघाती है, छली है, कपटी है। वह स्वयं तो भव सागर में पतित होगा ही साथ ही अपने पूजकों व प्रशंकों को भी पतित कर देगा। निर्दोष आचरण करने वाले महापुरुषों के चरणों की शरण को प्राप्त कर लेना सदाचरण की ओर बढ़ाया गया एक कदम ही है जो आपको कभी लोक शिखर, सिद्धालय तक पहुंचा देगा।मुनि संघ प्रवक्ता सुनील जैन ने आचार्य संघ की आरती व पाद पक्षालन कर स्वागत किया। वसुनंदी महाराज ने जैनिस पैलेस में कलश स्थापना को दिल्ली रोड होते हुए ज्ञानस्थली भूड़बराल पहुंचे। वहां आचार्य संघ की आहार चर्या हुई। शाम को महाराजश्री का मोदीनगर की ओर विहार हो गया। सुनील जैन, विपिन जैन, अंकुर जैन, अक्षत जैन, मनोज, प्रमोद जैन, अरुण जैन, जितेंद्र जैन, मनीष जैन, राहुल जैन, अभिषेक जैन आदि का सहयोग रहा।:::::::::::::::::::संकल्प रघुवंशी