दो नन्ही बच्चियों ने कोरोना को हराया
मेडिकल के कोविड-19 अस्पताल से बुधवार को जैदी फार्म मेरठ निवासी दो छोटी बच्चियों को पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। यह दोनों बच्चियां सात सात साल की...
मेडिकल के कोविड-19 अस्पताल से बुधवार को जैदी फार्म मेरठ निवासी दो छोटी बच्चियों को पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। यह दोनों बच्चियां सात सात साल की हैं।
कोविड-19 वार्ड में वे अपनी दादी के साथ भर्ती थीं। इन दोनों बच्चियों का कोविड-19 टेस्ट निगेटिव आया है। उनकी दादी का टेस्ट अभी पॉजिटिव ही है। वह अभी वार्ड में भर्ती हैं। डॉक्टरों के अनुसार आमतौर पर बच्चों में कोविड-19 इंफेक्शन ज्यादा घातक होता है किंतु यहां इन दोनों बच्चियों ने कोरोना को मात दे दी। इन दोनों बच्चियों के माता-पिता तथा परिवार के 14 सदस्य अभी इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में हैं। इन बच्चियों को उनके चाचा को सुपुर्द किया है।
कोरोना योद्धाओं के लिए भेजे 20 किलो लड्डू
मेरठ। मेडिकल के कोविड-19 अस्पताल में दिन-रात सेवा भाव से अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रहे कोरोना योद्धाओं चिकित्सक, नर्सों और अन्य सेवा कर्मियों के लिए मेरठ की जनता का सहयोग शुभकामनाएं और आशीर्वाद लगातार मिल रहा है। जागृति विहार लक्ष्मी विहार निवासी इंस्पेक्टर सुशील कुमार और उनकी पत्नी केंद्रीय विद्यालय मेरठ में शिक्षिका डॉक्टर कुसुम लता राजपूत ने सुनीता के सहयोग से लगभग 20 किलो बेसन के लड्डू इन कोरोना योद्धाओं के नाश्ते के लिए भेंट किए। नोडल ऑफिसर डॉक्टर तुंग वीर सिंह आर्य ने दंपति को धन्यवाद एवं शुभकामनाएं दीं।