सात साल से कार के नंबर पर दौड़ रही थी बाइक
मेरठ। सात साल से एक बाइक कार के नंबर पर दौड़ रही थी और किसी को भनक तक नहीं लगी। शनिवार को यह बाइक एसपी सिटी के हत्थे लग गई। जांच की तो पूरे मामले का...

मेरठ। सात साल से एक बाइक कार के नंबर पर दौड़ रही थी और किसी को भनक तक नहीं लगी। शनिवार को यह बाइक एसपी सिटी के हत्थे लग गई। जांच की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी फिलहाल फरार बताया जा रहा है।
एसपी सिटी विनीत भटनागर बेगमपुल से गुजरे। जीरो माइल के निकट रुड़की रोड पर उन्होंने बाइक सवार दो युवकों को रोक लिया। यह दोनों बेहद गलत तरीके से बाइक दौड़ा रहे थे। बाइक का नंबर साफ्टवेयर पर डाला गया तो सब हैरान रह गए। दरअसल, जो नंबर बाइक पर डला था, वह स्विफ्ट कार का था, जो कि किसी हसीन अहमद के नाम पर थी। इसके बाद दोनों युवकों को लालकुर्ती थाने की पुलिस को सौंप दिया गया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम नौशाद निवासी लावड़ व इंचौली निवासी वसीम बताए। इंस्पेक्टर लालकुर्ती अतर सिंह ने बाइक के चेसिस नंबर से छानबीन शुरू कराई तो पता चला कि बाइक बुलंदशहर से वर्ष 2014 में चोरी हुई थी। बाइक के असली मालिक संजीव उपाध्याय हैं। नौशाद ने खुलासा किया कि यह बाइक दो साल पहले उसने दौराला निवासी नितिन कश्यप से खरीदी थी। पुलिस ने जल्द ही नितिन को भी हिरासत में ले लिया। नितिन ने बताया कि उसने पांच साल पहले बाइक ग्राम नारंगपुर परीक्षितगढ़ निवासी नितिन पुत्र विजयपाल से 28 हजार रुपये में खरीदी थी। उसने 30 हजार में इसका सौदा किया था।
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बाइक जिसके द्वारा चुराई गई थी, उसकी जानकारी मिल चुकी है। साथ ही उसकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। बाइक की फर्जी आरसी किसने बनाई और कौन-कौन इससे जुड़ा है, इसका पता लगाया जाएगा।
सूरज राय, एएसपी कैंट
