सिर्फ दो दिन छोड़ पूरे महीने साफ रही हवा
कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए एक महीने से जारी लॉकडाउन से मेरठ की हवा पर व्यापक असर पड़ा है। 31 दिनों में मात्र दो दिन छोड़कर बाकी दिनों में मेरठ की हवा साफ रही। इसमें 11 दिनों तक शहर की हवा...
कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए एक महीने से जारी लॉकडाउन से मेरठ की हवा पर व्यापक असर पड़ा है। 31 दिनों में मात्र दो दिन छोड़कर बाकी दिनों में मेरठ की हवा साफ रही। इसमें 11 दिनों तक शहर की हवा पहाड़ों जैसी शुद्ध रही जबकि बाकी 18 दिनों में हवा का स्तर मध्यम श्रेणी में बना रहा। लॉकडाउन से एक महीने पहले और बाद में भी मेरठ के औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार हुआ है। पिछले वर्ष निगरानी केंद्र शुरू होने के छह महीने में पहली बार मेरठ में हवा की गुणवत्ता लंबे समय तक सही रही है।
हवा की गुणवत्ता पर यह असर यूं तो पूरे देश में पड़ा है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड यानी सीपीसीबी की लॉकडाउन के एक महीने पर आधारित रिपोर्ट में भी एनसीआर में प्रदूषकों में 40-60 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है। मेरठ की हवा भी लॉकडाउन से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकी। पीएम-10, पीएम-2.5, सल्फर डाइऑक्साइड, कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर सामान्य और इससे नीचे रिकॉर्ड हो रहा है।
ऐसी रही लॉकडाउन के एक महीने में हवा
मेरठ। 22 मार्च से 22 अप्रैल के दिनों में मेरठ का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स मध्यम श्रेणी में दर्ज हुआ। इस अवधि में यह 126.6 रिकॉर्ड हुआ जबकि 21 फरवरी से 21 मार्च तक की अवधि में औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 139.8 था। खास बात यह भी है लॉकडाउन लगने के बाद केवल 16 अप्रैल को मेरठ की हवा बेहद खराब श्रेणी पहुंची और एक्यूआई 306 रिकॉर्ड हुआ। 15 अप्रैल को यह खराब श्रेणी में 236 रहा। बाकी 29 दिनों में मेरठ में हवा की गुणवत्ता संतोषजनक से मध्यम श्रेणी में रही। इसमें 18 दिन हवा की गुणवत्ता 101-200 तक दर्ज हुई। 11 दिनों में हवा का गुणवत्ता स्तर 51-100 तक बना रहा। यह स्तर संतोषजनक श्रेणी में आता है। मेरठ में पिछले वर्ष दिवाली पर प्रदूषण विभाग के ऑटोमेटिक निगरानी केंद्र लगने के बाद छह महीने में यह पहला ऐसा मौका है जब मेरठ में दो दिन को छोड़ निरंतर 29 दिनों तक हवा की गुणवत्ता संतोषजनक से मध्यम श्रेणी के बीच में बनी रही। इससे पहले मेरठ में साफ हवा बामुश्किल बारिश के बाद ही तीन से चार दिन तक मिल पा रही थी। आंकड़ों के अनुसार नवंबर में आठ, दिसंबर में दो, जनवरी में दस, फरवरी में आठ दिन ही ऐसे रहे जब हवा की गुणवत्ता संतोषजनक से मध्यम स्तर पर रही। लॉकडाउन के बाद इस महीने में ही 22 अप्रैल तक मेरठ में ऐसे दिनों की संख्या 19 है।