दो मीटर की दूरी पर बैठेंगे छात्र, थर्मल स्क्रीनिंग से एंट्री
विश्वविद्यालयों में 30 सितंबर तक प्रस्तावित फाइनल इयर और अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं में छात्र एक-दूसरे से दो मीटर की दूरी पर बैठकर पेपर देंगे। केंद्रों पर एंट्री करते वक्त और छूटने के समय सभी गेट...
विश्वविद्यालयों में 30 सितंबर तक प्रस्तावित फाइनल इयर और अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं में छात्र एक-दूसरे से दो मीटर की दूरी पर बैठकर पेपर देंगे। केंद्रों पर एंट्री करते वक्त और छूटने के समय सभी गेट खुले रहेंगे। छात्रों और स्टॉफ के लिए सैनिटाइजर अनिवार्य होगा। फेकल्टी को आरोग्य सेतु एप अपने मोबाइल में इंस्टॉल करना होगा। पेपर के दौरान उपस्थिति प्रपत्र पर साइन करने से पहले प्रत्येक छात्र के हाथों को सैनिटाइज्ड करना होगा। केंद्रों से छात्रों को मॉस्क उपलब्ध कराने को भी कहा गया है, लेकिन यह कॉलेज की स्थिति पर निर्भर करेगा।
यूजीसी ने बुधवार को परीक्षा कराने के लिए जरुरी निर्देश जारी कर दिए। विवि को 30 सितंबर तक परीक्षाएं करानी हैं। निर्देशों के अनुसार केंद्रों पर छात्रों की भीड़ नहीं होने दी जाएगी। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। प्रत्येक कक्षा में अधिकतम चार पंक्तियां होगी। दो छात्रों के बीच दो मीटर की दूरी रखकर सीटिंग प्लान होगा। एक पंक्ति में अधिकतम तीन छात्र और कमरे में 12 परीक्षार्थी बैठ सकेंगे।
किसी को बुखार है तो अलग कमरा
मेरठ। केंद्रों पर छात्र और फेकल्टी की एंट्री थर्मल स्क्रीनिंग से जांच के बाद होगी। यदि किसी छात्र को बुखार मिलता है तो वह पेपर दे सकता है। हालांकि केंद्र पर ऐसे छात्रों के लिए अलग से कमरे की व्यवस्था करनी होगी। बीमार छात्रों को अन्य परीक्षार्थियों के साथ नहीं बैठाया जाएगा। लेकिन यदि छात्र पेपर नहीं देता तो विवि को ऐसे छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम कराने होंगे।
इन नियमों से होगी फाइनल की परीक्षाएं
-परीक्षा केंद्र पर सभी फ्लोर, दीवार, दरवाजे निरंतर सैनिटाइज्ड होंगे।
-परीक्षा में ड्यूटी देने वाले सभी शिक्षक-कर्मचारियों को सत्यापन के बाद नए मास्क एवं ग्लब्ज पहनने होंगे।
-केंद्र के प्रवेश द्वार, परीक्षा कक्ष और स्टॉफ कक्ष में सैनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी।
-एंट्री गेट पर लिक्विड हैंडशॉप बोतल रखी जाएंगी।
-छात्रों की कुर्सी और मेज सैनिटाइज्ड करनी होंगी।
-सभी वॉशरूम स्वच्छ रखने होंगे।
-एग्जाम में ड्यूटी देने वाले सभी स्टॉफ को स्वास्थ्य की स्वघोषणा करनी होगी।
-यदि कोई कर्मचारी या शिक्षक मानक पूरे नहीं करता तो उसे केंद्र में नहीं रोका जाएगा।
-थर्मल स्कैनर, सैनिटाइजर, फेस मॉस्क, ग्लब्ज केंद्र पर उपलब्ध रहेंगे।
-केंद्र पर जितने भी गेट हैं वे सभी खुले रखने होंगे।
-बिना मॉस्क और थर्मल स्क्रीनिंग के छात्र परीक्षा नहीं दे सकेंगे।
-दो छात्रों के बीच न्यूनतम दो मीटर की दूरी रहेगी।
-प्रयुक्त मास्क एवं ग्लब्ज को निर्धारित प्रक्रिया में ही नष्ट किया जाएगा।