जरूरतमंदों का सहारा बन पहचान कायम कर रहीं मेरठ की रश्मि
सच्ची मेहनत और लगन सफलता जरूर दिलाती है। यह साबित किया है रश्मि चौधरी ने। लॉकडाउन के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवारों के बच्चों के लिए कभी पौष्टिक आहार की कमी नहीं होने दी। मेरठ जिले के रोहटा...
सच्ची मेहनत और लगन सफलता जरूर दिलाती है। यह साबित किया है रश्मि चौधरी ने। लॉकडाउन के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवारों के बच्चों के लिए कभी पौष्टिक आहार की कमी नहीं होने दी।
मेरठ जिले के रोहटा रोड निवासी रश्मि बताती हैं कि लॉकडाउन में जब लोगों से रोजगार छिन गया या आमदनी खत्म हो गई तो बच्चों के पालन-पोषण पर भी संकट आ गया। ऐसे समय में रश्मि ने बच्चों के लिए पौष्टिक आहार से लेकर दूध तक की उपलब्धता की जिम्मेदारी उठा ली। रश्मि बताती हैं कि उन्होंने सबसे पहले गाय-भैंस पालने वाले लोगों से संपर्क किया। दूध खरीदा। इसके बाद जरूरतमंदों को कम दाम में दूध उपलब्ध कराना शुरू कर दिया।
अपने अनुभवों को बताते हुए वो कहती हैं कि शुरुआत में काफी परेशानी आई। लोग भरोसा नहीं करते थे। इस पर उन्होंने तीन दिनों तक निशुल्क दूध मुहैया कराया। विश्वास कायम होने के बाद अब लोगों ने दूध खरीदना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही, अब रश्मि सस्ते दामों में राशन भी उपलब्ध करा रही हैं।