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विज्ञान घर के खुले दरवाजे, सीजन-2 शुरू

सिवाया स्थित वेद इंटरनेशनल स्कूल में विज्ञान घर सीजन- 2 का शुक्रवार से आगाज हो गया। देशभर से चयनित 20 बाल वैज्ञानिक विज्ञान घर के दरवाजे पर पहुंचे तो तिलक लगाकर उनका स्वागत किया गया। वेद इंटरनेशनल...

विज्ञान घर के खुले दरवाजे, सीजन-2 शुरू
हिन्दुस्तान टीम,मेरठSat, 16 Jun 2018 01:32 AM
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सिवाया स्थित वेद इंटरनेशनल स्कूल में विज्ञान घर सीजन- 2 का शुक्रवार से आगाज हो गया। देशभर से चयनित 20 बाल वैज्ञानिक विज्ञान घर के दरवाजे पर पहुंचे तो तिलक लगाकर उनका स्वागत किया गया। वेद इंटरनेशनल स्कूल सिवाया के चेयरमैन अजीत कुमार एडवोकेट, निदेशक प्रशासन सलीम और जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक दीपक शर्मा ने विज्ञान घर के सपने को मूर्त रूप प्रदान किया।

विज्ञान घर आयोजन समिति की ओर से गीता सचदेवा, राजरानी, माला सिंह, मीनू तोमर और शिखा मदान, रवि कुमार आदि ने देशभर से आए बाल वैज्ञानिकों का स्वागत किया। इस अवसर पर गीता सचदेवा ने विज्ञान गीत प्रस्तुत किया। बाल वैज्ञानिकों का उत्साह देखते ही बन रहा था। विज्ञान घर में शुक्रवार को प्रशिक्षण और अभ्यास के प्रथम चरण में बाल वैज्ञानिकों से परिचय प्राप्त कर उन्हें विज्ञान घर की अवधारणा तथा उद्देश्यों से अवगत कराते हुए निर्धारित मानकों और नियमों की भी जानकारी दी गई। कई राज्यों के प्रतिभागी पहुंचे विज्ञानघरपांच से अधिक प्रदेशों से चयनित बाल वैज्ञानिक शुक्रवार को सिवाया स्थित वेद इंटरनेशनल स्कूल के प्रांगण में आयोजित विज्ञान घर पहुंचे। इनमें मुख्य रूप से ओम आर्यन, निष्कर्ष कुंतल, रौदास कुमार, श्वेता चौधरी, अनंत वत्स, साहिल मैकडोनल, मीमांसा महाजन, प्रथम भल्ला, प्रिंस भाटी, विनीत कुमार, उन्नति कुमार, संयम, अनंत, अक्षय कुमार, अनामिका सिरोही, स्वप्निल रस्तोगी, अभिमानु आदि हैं। ...हम बहुत कुछ कर दिखाएंगे विज्ञान घर सीजन-2 में देश के दूरदराज हिस्सों से आए बाल वैज्ञानिकों का उत्साह देखते ही बन रहा है। हिन्दुस्तान टीम ने जब कुछ बाल वैज्ञानिकों से बात की तो उन्होंने कहा कि हम बाल विज्ञानी हैं, मन में बहुत कुछ ठानी है। विज्ञान के गीत हम गाएंगे, बहुत कुछ करके दिखाएंगे। सीजन वन के प्रतिभागी अक्षत ने बांटे अपने अनुभव मेरठ के शास्त्रीनगर निवासी अक्षत कुमार विज्ञान घर सीजन-1 के प्रतिभागी रहे थे। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए प्रतिभागियों को बताया कि सीजन-1 में उन्हें पहले पांच दिन कैद की भांति महसूस हुए थे। विज्ञान घर के 15 दिन बाद उन्हें जब अपने घर लौटना था तो ऐसा लगा कि मानो यह उनका वास्तविक घर था और अब इससे बिछुड़ना पड़ रहा है। अब एक साल बाद जब वह विज्ञान घर सीजन-2 में प्रतिभागियों से मिलने पहुंचे तो वह इंजीनियर बनने की ओर कदम बढा चुके हैं। वह विज्ञान घर को इस सफलता का श्रेय देते हैं। उन्होंने बाल वैज्ञानिकों के साथ अपने तमाम अनुभव साझा किए। विज्ञान के आसमां को छूना चाहती हैं श्वेता दिल्ली यूनिवर्सिटी से आईं श्वेता ने बताया कि वह नैनो टेक्नोलोजी पर आधारित अपना प्रोजेक्ट लेकर आई हैं। वह स्वयं को विज्ञान के क्षेत्र में साबित करना चाहती है। श्वेता का कहना है कि विज्ञान के आसमान में उड़ने की चाह है। बस पंख खोलना बाकी है।देखते ही बन रहा मीमांसा का उत्साह बाल वैज्ञानिक मीमांसा महाजन ने हाल ही में कक्षा 12 उत्तीर्ण की है। विज्ञान विषय के प्रति उसका उत्साह देखते ही बनता है। वह विज्ञान घर प्रथम की सदस्य नहीं बन पाई थी तब उसे निराशा हुई थी। अब विज्ञान घर सीजन-2 में पहुंचने पर उसकी खुशी देखते ही बन रही है। विज्ञान घर में वह अपना बहुउद्देश्यीय प्रोजेक्ट लेकर आई है।

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