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बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुट गए स्कूल और बच्चे

पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण की भेंट चढ़ी बोर्ड परीक्षाओं के बाद 2021 के पेपर पर गुरुवार को तस्वीर साफ होने से स्कूल और छात्र अपनी तैयारियों में जुट गए...

बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुट गए स्कूल और बच्चे
हिन्दुस्तान टीम,मेरठFri, 01 Jan 2021 03:09 AM
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मेरठ। वरिष्ठ संवाददाता

पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण की भेंट चढ़ी बोर्ड परीक्षाओं के बाद 2021 के पेपर पर गुरुवार को तस्वीर साफ होने से स्कूल और छात्र अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। मानव संसाधन विकास मंत्री की घोषणा होते ही वर्ष 2021 की बोर्ड परीक्षाओं की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। ऑफलाइन परीक्षा से बच्चे खुश हैं। हालांकि स्कूलों को चिंता है कि कोरोना संक्रमण के बीच ऐहतियाती उपायों के साथ बच्चे भीषण गर्मी में कैसे पेपर देंगे। मई और जून दोनों ही महीने भीषण गर्मी के रहते हैं।

मेरठ में बन सकते हैं 60 से अधिक सेंटर

मेरठ। वर्ष 2021 में सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के लिए मेरठ में 60-80 के बीच परीक्षा केंद्र बनाए जा सकते हैं। संक्रमण को देखते हुए केंद्रों पर बीते वर्ष की तुलना में इस बार एक तिहाई छात्र ही पेपर दे सकेंगे। दो छात्रों के बीच दो गज की दूरी भी रखनी है। ऐसे में केंद्र बढ़ने तय हैं।

पारा 40 डिग्री और बोर्ड परीक्षा

मेरठ। मई की शुरुआत में ही मैदानों में भीषण गर्मी दस्तक देती है। दिन का तापमान 38-40 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। चूंकि परीक्षाएं चार मई से शुरू होकर दस जून तक चलेंगी, ऐसे में छात्रों को भीषण गर्मी में परीक्षा के दौर से गुजरना होगा।

यह कहते हैं प्रिंसीपल

दीवान स्कूल के प्रिंसीपल और सहोदय मेरठ महान के उपाध्यक्ष एके दुबे के अनुसार बोर्ड परीक्षा की प्रस्तावित तिथियों के दो पहलू हैं। एक ग्रामीण क्षेत्र और दूसरा शहरी क्षेत्र का। ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को रिवीजन का पर्याप्त मौका मिलेगा। उनकी ऑनलाइन पढ़ाई काफी प्रभावित हुई। दूसरी पहलू यह भी है कि अधिक विलंब से बच्चों पढ़ाई के प्रति लापरवाह हो सकते हैं। लेकिन स्कूल कोशिश करेगा कि बच्चों की बोर्ड परीक्षा की तैयारी अच्छे से हो।

बोर्ड परीक्षा के सिटी कोऑर्डिनेटर सुधांशु शेखर के अनुसार मई से परीक्षा का शुरू होने से जेईई की तैयारी के लिए समय मिल जाएगा। बच्चे रिवीजन कर सकेंगे। यदि वायरस नियंत्रित हो जाता है तो क्लास चलाकर बच्चों की अच्छे से तैयारी कराई जा सकती है। परीक्षा मई में हैं और गर्मी भी होती है। मास्क लगाकर पेपर देना है। मार्च में परीक्षा के हिसाब से अच्छा मौसम रहता है।

यह बोले परीक्षार्थी

परीक्षा की तैयारी बहुत अच्छी है। प्रैक्टिकल और प्री-बोर्ड के लिए पर्याप्त मौका मिल रहा है। एक महीने से अधिक परीक्षा चलेंगी। ऐसे में तैयारी का पूरा मौका मिलेगा।

गर्विता, 12वीं

हम डेटशीट का इंतजार कर रहे हैं। जो तिथियां घोषित हुई हैं उससे तैयारी के लिए अच्छा मौका मिलेगा। परीक्षा पर स्थिति स्पष्ट होने से तनाव कम हुआ है। अब परीक्षा की तैयारी मे जुट जाएंगे।

श्रुति, 12 वीं

बोर्ड परीक्षा में देरी से चिंता की बात यह है कि अगली कक्षा की तैयारी कैसे होगी। अगली कक्षा में तैयारी का बहुत कम समय मिल पाएगा। यदि टाइम टेबल लंबा खिंचता है तो सिलेबस के रिवीजन में भी दिक्कत आएगी। परीक्षाएं मार्च-अप्रैल में होनी चाहिए थी और मई में रिजल्ट। कोरोना के चलते सिलेबस कम हुआ है, ऐसे में मार्च में परीक्षाएं हो सकती थी।

आयुष गोयल, 10वीं

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