प्रवासी मजदूरों के लिए सहारा बनी सरधना नगर पालिका
लॉकडाउन के कारण करनाल में फंसे प्रयागराज के कुछ मजदूर गुरुवार को पैदल सरधना क्षेत्र में पहुंचे, तो नगर पालिका उनके लिए सहारा बनकर खड़ी हो गई। ईओ अमिता वरुण ने सभी 18 प्रवासी मजदूरों को नगर पालिका में...
लॉकडाउन के कारण करनाल में फंसे प्रयागराज के कुछ मजदूर गुरुवार को पैदल सरधना क्षेत्र में पहुंचे, तो नगर पालिका उनके लिए सहारा बनकर खड़ी हो गई। ईओ अमिता वरुण ने सभी 18 प्रवासी मजदूरों को नगर पालिका में बने आश्रय स्थल में ठहराया। सभी को खाना खिलाया गया और वापसी का कोई इंतजाम न होने तक यहीं रहने के लिए कहा गया। सभी मजदूरों की स्वास्थय विभाग ने थर्मल स्क्रीनिंग की। जरूरत पड़ने पर उनकी कोरोना की जांच भी कराई जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार प्रयागराज के मजदूर करनाल में एक फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं। लॉकडाउन के कारण वे लोग वहां पर फंस गए। वापसी का कोई साधन नहीं मिला। 18 मजदूरों ने पैदल ही अपने घर जाने का निर्णय लिया। सभी अपना सामान लेकर पैदल ही करनाल से प्रयागराज के लिए निकल पड़े। गुरुवार को सभी लोग भूखे प्यासे सरधन क्षेत्र में पहुंचे। ईओ अमिता वरुण को इसका पता चला तो उन्होंने सभी मजदूरों को रुकने के लिए नगर पालिका में बना आश्रय स्थल खाली कराया। सभी के रुकने व खाने का इंतजाम कराया। ईओ ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के खानेपीने की व्यवस्था पालिका करा रही है। इसके अलावा उन्होंने उक्त फैक्ट्री संचालकों को चेतावनी दी कि यदि किसी ने अपने यहां ठहरे मजदूरों की सहायता नहीं की और उन्हें फैक्ट्री से निकाल दिया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कराई जाएगी। ईओ ने बताया कि जिन मजदूरों को यहां आश्रय में ठहराया गया है उनकी स्वास्थय विभाग की टीम से थर्मल स्क्रीनिंग करा दी गई है। सीएचसी प्रभारी डा. राजेश कुमार ने बताया कि जल्द ही उक्त सभी प्रवासी मजदूरों की कोरोना जांच कराई जाएगी। उधर, नगर पालिका द्वारा किए गए इस कार्य की चारों तरफ सराहना हो रही है।