जिस घर में वो पैदा हुए उस घर को नमन मेरा...
कर्तव्य संस्था ने सरदार भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के बलिदान दिवस पर बच्चा पार्क स्थित ब्लॉसम्स पब्लिक स्कूल में श्रद्धांजलि सभा की। इसमें शबदों का पाठ...
कर्तव्य संस्था ने सरदार भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के बलिदान दिवस पर बच्चा पार्क स्थित ब्लॉसम्स पब्लिक स्कूल में श्रद्धांजलि सभा की। इसमें शबदों का पाठ किया।
कार्यक्रम में मरता मरता जग मुआ मरभि न जानै कोय, पहिला मरण कबूल जीवन की छड़ आस समेत शबदों का पाठ किया। शहीदों को याद किया। संस्था महासचिव रणजीत सिंह जस्सल ने कहा कि बड़े की दुख की बात है आज गिनती के लोग ही शहीदों को याद करते हैं। बलिदान दिवस को सार्वजनिक अवकाश घोषित करके राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाना चाहिए। नायब शहर काजी जैनुर राशिदीन सिद्दीकी ने कहा कि ऐसे क्रांतिकारी शहीदों के बलिदान से ही आज हम सब आजाद हैं। पूर्व प्रशासनिक अधिकारी और इतिहासकार प्रभात राय ने कहा कि जो देश अपने शहीदों को याद रखता है वह ही गर्व से जिंदा रहता है। परविंद्र सिंह ईशु ने स्कूलों में शहीदों का इतिहास पढ़ाए जाने की बात कही। रचनाकार सुदेश जख्मी ने-जिस घर में वो पैदा हुए उस घर को नमन मेरा.., डॉ ईश्वरचंद गंभीर ने सरदार भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव जैसी संतान कौन दे..जैसी रचनाएं सुनाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर स्कूल प्रबंधक अविनाश सिंह अलख, मुख्य शिक्षिका बिंदु मुजगल, कंवलजीत कौर, वंदना रस्तौगी, सीमा, रिधि अग्रवाल आदि रहे।