रैपिड रेल: फर्राटेदार सफर के साथ छावनी क्षेत्र को करेगा विकसित
दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल फर्राटेदार सफर के साथ ही छावनी क्षेत्र को विकसित करने का भी काम...

मेरठ। दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल फर्राटेदार सफर के साथ ही छावनी क्षेत्र को विकसित करने का भी काम करेगी। रैपिड रेल छावनी क्षेत्र की जमीन में दौड़ेगी, लेकिन जमीन के बदले इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने का भी काम होगा। इसके लिए करीब 55 करोड़ की लागत से छावनी क्षेत्र को बेहतर बनाने का काम होगा।
इस संबंध में बुधवार को कैंट बोर्ड में एक प्रजेन्टेशन दिया गया। कैंट बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर राजीव कुमार की अध्यक्षता में इसको लेकर एक बैठक हुई। बैठक में सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, राज्यसभा सांसद डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, मनोनीत सदस्य डा.सतीश चंद्र शर्मा आदि शामिल हुए। सीईओ ज्योति कुमार और इंजीनियर पीयूष गौतम ने रैपिड रेल प्रोजेक्ट के बदले छावनी क्षेत्र में होने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से प्रजेन्टेशन दिया। जनप्रतिनिधियों के सुझाव लिये।
इन प्रोजेक्ट पर होगा रैपिड रेल के बदले काम
तीन प्रमुख सड़कों का होगा कायाकल्प
- माल रोड, औघड़नाथ मंदिर रोड, बूचरी रोड का होगा चौड़ीकरण।
हर वार्ड में होगा आधुनिक सामुदायिक शौचालय
- कैंट बोर्ड के सभी आठ वार्डो में दो-दो आधुनिक सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था होगी।
चार पुलियों का होगा चौड़ीकरण
- हनुमान चौक के समीप समेत छावनी के चार पुलियों का होगा चौड़ीकरण।
व्यवसायिक निर्माण
- आबू नाले किनारे, आबूलेन आदि इलाकों में व्यवसायिक कांपलेक्स का निर्माण ताकि आय के स्रोत बढ़ें। सब्जी मंडी कांपलेक्स का निर्माण।
अमृत योजना में सांसद करेंगे सहयोग
कैंट बोर्ड अधिकारियों ने छावनी क्षेत्र में सीवर और पेयजल योजनाओं को भी रैपिड प्रोजेक्ट के पैसे से ठीक कराने का प्रस्ताव रखा। इस पर सांसदों ने कहा कि सीवर और पेयजल के प्रोजेक्ट को अमृत योजना में रखा जाए। सरकार से वे मदद कराएंगे।
मल्टीलेवल पार्किंग पर भी विचार
इसी तरह छावनी क्षेत्र में मल्टीलेवल पार्किंग पर भी विचार किया गया। हालांकि इस पर कहा गया कि इस प्रोजेक्ट के लिए काफी पैसे की जरुरत होगी।
