रैपिड से मेरठ से सीधे होगा अलवर, पानीपत, दिल्ली का सफर
रैपिड रेल से मेरठ से सीधे अलवर, पानीपत, दिल्ली का सफर होगा। अलवर, सोनीपत जाने के लिए मेरठ के लोगों को कहीं भी रैपेड रेल बदलने की जरुरत नहीं पड़ेगी। केन्द्र, प्रदेश सरकार से पैसा जारी होने और...
रैपिड रेल से मेरठ से सीधे अलवर, पानीपत, दिल्ली का सफर होगा। अलवर, सोनीपत जाने के लिए मेरठ के लोगों को कहीं भी रैपेड रेल बदलने की जरुरत नहीं पड़ेगी। केन्द्र, प्रदेश सरकार से पैसा जारी होने और केन्द्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिलते ही दिल्ली से मेरठ के बीच रैपिड रेल का काम रफ्तार पकड़ लेगी। काम प्रारंभ होने के पांच से छह साल के बीच घंटों का सफर मिनटों में तय होगा। मात्र 50 मिनट में सराय काले खां से मेरठ में परतापुर का सफर होगा। यह रैपिड रेल देश का पहला हाई स्पीड, हाई फ्रीक्वैंसी और हाई कैपेसिटी की होगी। कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने कहा कि प्रोजेक्ट को अंतिम मंजूरी के लिए वे प्रयास करेंगी। मुख्य सचिव के सामने 24 को प्रजेन्टेशन के बाद कार्रवाई और तेज की जाएगी।
शनिवार को कमिश्नर के सामने कमिशनरी सभागार में दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल को लेकर एनसीआरटीसी की ओर से प्रजेन्टेशन दिया गया। एनसीआरटीसी के जीएम सुधीर कुमार शर्मा ने प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मेरठ ऐसा पहला शहर होगा, जहां मेट्रो के साथ रैपिड भी चलेगी। मेरठ मेट्रो के कारण रैपिड रेल की कुल लागत में लगभग दो हजार करोड़ की कमी आई है। उन्होंने कमिश्नर को जानकारी दी की कि केन्द्र सरकार ने रैपिड रेल के लिए 659 करोड़ और प्रदेश सरकार ने 250 करोड़ का प्रावधान बजट में इस साल के लिए किया है। उन्होंने बताया कि यह ऐसा प्रोजेक्ट है, जिससे चार राज्य दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में बेहतर कनेक्टिविटी होगी। इस रैपिड रेल प्रोजेक्ट से लाखों लोगों के समय और पैसे की बचत होगी। एनसीआरटीसी ने प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया। बस जल्दी से केन्द्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिल जाए और बजट प्रावधान के तहत पैसा जारी हो जाए। उसके बाद जमीन पर काम तेजी से चलेगा। एक बार काम शुरू हो गया तो फिर जून-2024 तक दिल्ली से मेरठ का सफर आसान हो जाएगा। कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने कहा कि 24 जुलाई को मुख्य सचिव के स्तर पर उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है। बैठक में सभी बिन्दुओं पर विचार होगा। रैपिड रेल के काम को तेज करने के लिए बजट जारी कराने का अनुरोध किया जाएगा। डीएम अनिल ढींगरा ने कहा कि रैपिड रेल मेरठ के लिए महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। प्रशासन हरसंभव सहोग करेगा। प्रजेन्टेशन में अपर आयुक्त जयशंकर दुबे, एमडीए वीसी साहब सिंह, नगर आयुक्त मनोज कुमार चौहान,जीडीए सचिव संतोष राय, नगर आयुक्त गाजियाबाद सीपी सिंह, एडीएम एलए ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह, पीडब्लूडी के एसई गाजियाबाद ज्ञान गुप्ता, एनसीआरटीसी के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर आरके हुत्सु, पावर कारपोरेशन के चीफ इंजीनियर एसबी यादव आदि मौजूद रहे।