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लड़कों को छोड़िए, लड़कियां भी फर्जीवाड़े पर उतरी

चौ.चरण सिंह यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में बीपीएड-एमपीएड कोर्स में प्रवेश के लिए फर्जीवाड़े में शुक्रवार को नया ट्रेंड दिखा। फर्जी आईकार्ड और आधार कार्ड लेकर ट्रैक पर दौड़ने वालों में लड़कियां आगे...

लड़कों को छोड़िए, लड़कियां भी फर्जीवाड़े पर उतरी
हिन्दुस्तान टीम,मेरठSat, 22 Sep 2018 02:00 AM
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चौ.चरण सिंह यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में बीपीएड-एमपीएड कोर्स में प्रवेश के लिए फर्जीवाड़े में शुक्रवार को नया ट्रेंड दिखा। फर्जी आईकार्ड और आधार कार्ड लेकर ट्रैक पर दौड़ने वालों में लड़कियां आगे रहीं। एक छात्रा फर्जी आधार कार्ड लेकर पहुंच गई जबकि बाकी के पास से कॉलेज के फर्जी कार्ड बरामद हुए। विवि ने सभी छात्राओं को अयोग्य घोषित करते हुए बाहर कर दिया। आखिरी दिन कुल फर्जी प्रमाण पत्रों में लड़कियां ज्यादा रहीं।

शुक्रवार को स्पोर्ट्स ग्राउंड में बीपीएड और एमपीएड के फिटनेस टेस्ट के लिए स्टूडेंट पहुंचे। पहला मामला फर्जी आधार कार्ड का पकड़ा गया। जो छात्रा ग्राउंड पर पहुंची उसका फोटो तो आधार कार्ड पर था, लेकिन डिटेल किसी और छात्रा की थी। बार कोड रीडर से आधार को चेक करने पर यह खुलासा हुआ। टीम ने छात्रा से अपनी वास्तविक आईडी लाने को कहा। यह छात्रा आईडी लेने की बात कहकर चली गई और वापस नहीं लौटी। बाद में जिस छात्रा के नाम पर आधार बना था वह टेस्ट देने आई, लेकिन दो मौके के बावजूद आउट हो गई। सूत्रों का दावा है कि इस छात्रा को पास कर दिया गया जबकि विवि ने दावा किया कि यह अयोग्य श्रेणी में है। इसके अलावा मुजफ्फरनगर के एक कॉलेज से बने पांच फर्जी आईकार्ड पकड़े गए। ये सभी छात्राओं से बरामद हुए। आखिरी दिन किसी भी छात्र के पास फर्जी कार्ड नहीं मिला। वहीं, बीपीएड टेस्ट में पहुंचे 290 स्टूडेंट में से 80 अयोग्य मिले और दस के प्रमाण पत्र गलत साबित हुए। एमपीएड में दो सौ में से 30 के प्रमाण पत्रों की जांच अभी जारी है। 12 टेस्ट क्वालीफाई नहीं कर सके और पांच के प्रमाण पत्र गलत निकले।

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