पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के बैनर तले व्यापारियों ने परिवार के सदस्यों के साथ मेरठ विकास प्राधिकरण के विरोध में कमिश्नरी पर प्रदर्शन कर धरना दिया। साथ ही मांग की है कि पहले एमडीए के दोषी अफसरों पर कार्रवाई की जाए, बाद में अवैध दुकानों और मकानों पर कार्रवाई हो।
पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के बैनर तले बागपत रोड बाईपास पर मेरठ विकास प्राधिकरण के द्वारा लगभग 500 मकान में दुकान तोड़ने के आदेश के खिलाफ व्यापारी कमिश्नरी पर जुटे। धरना-प्रदर्शनकारियों के नेतृत्व कर रहे संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पंडित आशु शर्मा व्यापारी तथा उनके परिवार की महिलाएं तथा बच्चे के साथ धरने मे शामिल हुए।
व्यापारियों के धरने को संबोधित किया संगठन के अध्यक्ष पंडित आशु शर्मा ने कहा कि मेरठ विकास प्राधिकरण पूर्ण रूप से व्यापारियों के उत्पीड़न का कार्य कर रहा है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लगभग 20 सालों से बने दुकानों तथा मकानों को तोड़ना गैर कानूनी है। सभी के पास बैनामे है, सभी प्रकार का टैक्स सरकार को देते आ रहे हैं। कहा कि मेरठ विकास प्राधिकरण ने अपनी मनमानी नहीं छोड़ी तो पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल मेरठ विकास प्राधिकरण के कार्यालय में तालाबंदी करने से भी पीछे नहीं हटेगा। धरना-प्रदर्शनकारियो में जिला अध्यक्ष विजय ओबेराय, पीयूष वशिष्ठ, सुमेर सिंह धार, संदीप चौधरी, दीपक मोतला, शन्नी गुप्ता, हाजी शारिक, विजय राठी, अमित राणा, हिमांशु वत्स, ओवैस गाजी, अंकित तिवारी, अय्युब कुरैशी अमित बंसल, मनोज चौधरी भी मौजूद रहे।