गोपियों के रोने पर प्रकट हो गए प्रभु
राधा माधव जन कल्याण समिति की ओर से राधा गोविंद मंडप में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन एंव अंतिम दिन राधा-कृष्ण को छप्पन भोग लगाया गया। गोपीगीत का विहद आनंदवर्धक प्रवचन किया...
राधा माधव जन कल्याण समिति की ओर से राधा गोविंद मंडप में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन एंव अंतिम दिन राधा-कृष्ण को छप्पन भोग लगाया गया। गोपीगीत का विहद आनंदवर्धक प्रवचन किया गया।
अंतिम दिन 200 भक्त अपने घरों से प्रसाद लेकर आए। इसका राधा-कृष्ण को भोग लगाया गया। इस बीच वृंदावन से आए कथा व्यास श्रीश कृष्ण दास ने गोपीगीत का बेहद आनंददायक प्रवचन किया। उन्होंने भक्तों को बताया कि जो श्री कृष्ण के चरण कमलों को प्राप्त करता है वह निश्चित ही भवसागर को पार कर जाता है। भगवान श्री कृष्ण की कथा से बड़ी कोई चीज नहीं है। भगवान के विषय में बोलने वाले से बड़ा कोई दानी नहीं है। कथा में भगवान श्रीकृष्ण के भजन और कीर्तन पर भक्त नृत्य करने लगे। आरती के पश्चात प्रसाद वितरित किया गया। गोविंद दास, अनुपम कृष्ण दास, राम मुरारी दास, गोविंद दास, अभिमन्यु प्राण दास, मनोहर गौर दास, ईश्वर पुरी शिष्य दास, वनमाली, विमल प्रभु, हरिषाद आश्रय प्रभु, वेदांत कृष्णदास आदि उपस्थित रहे।