प्राइवेट फॉर्म में साइबर कैफों में उलझे छात्र-छात्राएं
यूजी-पीजी के प्राइवेट फॉर्म में परीक्षा फॉर्म भरने और फाइनल प्रिंट आउट तक छात्र-छात्राएं साइबर कैफों में उलझ गए हैं। छात्र पहले फॉर्म भरने के लिए कैफे पहुंच रहे हैं और फिर फाइनल प्रिंट लेने के लिए...
मेरठ। वरिष्ठ संवाददाता
यूजी-पीजी के प्राइवेट फॉर्म में परीक्षा फॉर्म भरने और फाइनल प्रिंट आउट तक छात्र-छात्राएं साइबर कैफों में उलझ गए हैं। छात्र पहले फॉर्म भरने के लिए कैफे पहुंच रहे हैं और फिर फाइनल प्रिंट लेने के लिए पहुंचेंगे। ग्रामीण क्षेत्र के स्टूडेंट को इस प्रक्रिया में परेशानी हो रही है। कैफे संचालकों ने फॉर्म भरने एवं प्रिंट आउट के लिए अलग-अलग रेट तय कर दिए हैं। अधिक फॉर्म भरने की जल्दबाजी में कैफों पर परीक्षा फॉर्म में गलतियां हो रही हैं।
विवि में इस वक्त यूजी रेगुलर-प्राइवेट और पीजी प्राइवेट के परीक्षा फॉर्म भरे जा रहे हैं। प्रथम वर्ष प्राइवेट के परीक्षा फॉर्म में छात्रों को दो चरणों में यह प्रक्रिया पूरी करनी है। पहले चरण में छात्रों को तीन कॉलेजों का विकल्प चुनते हुए फॉर्म भरना है। दूसरे चरण में विवि के कॉलेज आवंटित करने के बाद छात्र अपने फॉर्म का प्रिंट आउट निकालकर संबंधित कॉलेज में जमा कराएंगे। द्वितीय-तृतीय वर्ष में स्टूडेंट को एक ही कॉलेज का विकल्प है, ऐसे में छात्र फॉर्म भरते हुए सीधे कॉलेज में अपने फॉर्म जमा करा रहे हैं, लेकिन प्रथम वर्ष में ऐसा नहीं है।
छात्र-छात्राओं को यह हो रही है परेशानी
मेरठ। साइबर कैफे संचालक फॉर्म भरने के लिए अलग-अलग शुल्क ले रहे हैं। प्रथम से फाइनल तक के फॉर्म भरने के लिए साइबर कैफे सौ रुपये ले रहे हैं। इसमें द्वितीय-तृतीय वर्ष में फॉर्म का पूरा प्रिंट साथ आ रहा है जबकि प्रथम वर्ष में केवल स्लिप है। प्रथम वर्ष में आवंटन के बाद दो से तीन पेज का फॉर्म अलग से प्रिंट आउट कराना होगा। इसके लिए छात्रों को 20-30 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। ऐसे में प्रथम वर्ष के परीक्षा फॉर्म के लिए छात्र को 130 रुपये देने होंगे जबकि द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के लिए यह शुल्क सौ रुपये रहेगा। जो छात्र गांव से कस्बे या शहर में पहुंच रहे हैं, उन्हें एक ही फॉर्म के लिए दो बार चक्कर काटने पड़ेंगे।
फॉर्म भरने में कर रहे गलतियां भी
मेरठ। विवि के तमाम निर्देशों के बावजूद स्टूडेंट भी समझने को तैयार नहीं हैं। छात्रों ने फॉर्म केवल साइबर कैफों के भरोसे छोड़ दिए हैं। अधिक फॉर्म भरने के चक्कर में कैफे संचालक फॉर्म में गलतियां कर रहे हैं। नाम में सबसे ज्यादा गलतियां हैं। जिन छात्रों को एक्स का फॉर्म भरना है, कैफों ने उनका मेन का फॉर्म भर दिया है। जो छात्र बैक में फेल हो चुके हैं, उन्हें कैफे संचालक फाइनल के साथ बैक फॉर्म भरने की सलाह दे रहे हैं।
आज से शुरू हो सकते हैं पीजी के डिविजन इंप्रवूमेंट फॉर्म
मेरठ। चौ.चरण सिंह विवि से संबद्ध कॉलेजों में पीजी स्तर पर प्राइवेट में डिविजन इंप्रूवमेंट के फॉर्म आज से ऑनलाइन होने की उम्मीद है। पीजी प्राइवेट में छात्र कोर्स पूरा होने के अधिकतम दो वर्षों के भीतर किसी एक वर्ष के पेपर दे सकते हैं। लेकिन डाटा अपग्रेडेशन के चलते अभी तक यह फॉर्म नहीं खुल सके हैं। विवि के अनुसार आज से पीजी में डिविजन इंप्रवूमेंट के फॉर्म खुलने की उम्मीद है।
आज से बीएएमएस के परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन
मेरठ। चौ.चरण विवि से संबद्ध कॉलेजों में एमफिल फिजिकल एजुकेशन सत्र 2018-19 और बीएएमएस के परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन हो गए हैं। विवि के अनुसार एमफिल फिजिकल एजुकेशन में काउंसिलिंग से प्रवेशित स्टूडेंट 20 जनवरी तक ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। कॉलेज में फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 21 जनवरी रहेगी जबकि कॉलेज ये फॉर्म 22 जनवरी तक कैंपस में जमा कराएंगे। वहीं, बीएएमएस आयुर्वेद के परीक्षा फॉर्म आज से 26 जनवरी तक ऑनलाइन भरे जा सकते हैं। स्टूडेंट भरे हुए फॉर्म 28 जनवरी तक संबंधित कॉलेजों में ये फॉर्म जमा करा सकेंगे। कॉलेज ये फॉर्म 30 जनवरी तक कैंपस में जमा कराएंगे।
फिट इंडिया कैंपेन को लागू करें कॉलेज
मेरठ। यूजीसी ने सभी कॉलेजों से फिट इंडिया कैंपेन को लागू करने के निर्देश दिए हैं। यूजीसी ने इसके लिए विभिन्न गतिविधियों की सूची जारी कर दी है। कॉलेज निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार इस कैंपेन को चलाएंगे। कॉलेजों में फिट इंडिया कैंपस नियमित तौर पर चलेगा।
एक भारत-श्रेष्ठ भारत में क्या करेंगे कॉलेज, तय हुआ
मेरठ। यूजीसी ने ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत के तहत कॉलेजों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। सभी कॉलेजों को निर्धारित योजना के अनुसार प्रतिमाह होने वाली गतिविधियों की सूचना यूजीसी को भेजनी होगी। कॉलेज 20 जनवरी तक यह सूचना भेज सकते हैं।
कॉलेजों में आज से शुरू होगा स्वच्छता पखवाड़ा
मेरठ। देशभर के कॉलेजों में आज से 31 जनवरी तक स्वच्छता पखवाड़ा शुरू होगा। कॉलेजों में आज छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को स्वच्छता की शपथ दिलाई जाएगी। कल कैंपस और कॉलेजों में सफाई अभियान चलेगा और इस दौरान पौधे रोपे जाएंगे। छात्र-छात्राएं अभियान में सिंगल यूज प्लास्टिक के बहिष्कार का भी संकल्प लेंगे।
गूगल फॉर्म का लिंक नहीं तो संबद्धता नहीं बढ़ेगी
मेरठ। चौ.चरण सिंह विवि ने गूगल फॉर्म पर कॉलेजों द्वारा सूचना अपलोड नहीं करने पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार के अनुसार जो कॉलेज गूगल फॉर्म पर सूचना नहीं देंगे उन कॉलेजों में ना तो नए कोर्स की संबद्धता दी जाएगी और ना ही संबद्धता का विस्तार होगा। रजिस्ट्रार के अनुसार कॉलेज इसके लिए स्वयं जिम्मेदार होंगे।