पुलिसकर्मी अब तैयार करेंगे कूड़े से खाद, मेस से शुरुआत
जिले में तैनात पुलिसकर्मी अब कानून-व्यवस्था के साथ ही कूड़े से खाद बनाने का काम करेंगे। खुद भी करेंगे और परिवार के लोगों से भी कराएंगे। इसकी शुरुआत...
मेरठ। मुख्य संवाददाता
जिले में तैनात पुलिसकर्मी अब कानून-व्यवस्था के साथ ही कूड़े से खाद बनाने का काम करेंगे। खुद भी करेंगे और परिवार के लोगों से भी कराएंगे। इसकी शुरुआत पुलिस लाइन के मेस से होगी। पुलिसकर्मी कूड़े से खाद बनाएंगे और उस खाद से अपने घर और आसपास के इलाके को हरा-भरा बनाएंगे।
शनिवार को पुलिस लाइन सभागार में नगर निगम और पुलिस प्रशासन की ओर से हरियाली कार्यक्रम के तहत होम कंपोस्टिंग के लिए कार्यशाला हुई। इसमें करीब 500 पुलिसकर्मी और उनके परिवार के लोग शामिल हुए। नगर आयुक्त डॉ. अरविंद चौरसिया ने घरों से निकलने वाले कूड़े से कंपोस्ट तैयार करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि घर के वातावरण को साफ सुथरा बनाने के लिए कूड़े से कंपोस्ट बनाना आवश्यक है और उसी कंपोस्ट से घरों में किचन गार्डन की शुरुआत की जा सकती है। इसके लिए निगम की ओर से तकनीकी सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने पुलिस कर्मियों को कहा कि इसकी शुरुआत आज से ही की जाए। पुलिस लाइन में तीन मेस चल रहे हैं। पहले शुरुआत मेस से की जाए। उन्होंने पुलिसकर्मियों को शपथ दिलाई कि शहर को स्वच्छ बनाएंगे। घर-घर में कूड़े से कंपोस्ट तैयार करेंगे। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि हर्ष गोयल, एएसपी डॉ. इरम रजा, सहायक नगर आयुक्त बृजपाल सिंह, इंद्र विजय कुमार, सीएफओ संतोष कुमार, स्थानीय पार्षद ललित नागदेव, ब्रांड एंबेसडर सना खान आदि रहे।
पीठ पर ऑक्सीजन सिलेंडर लादना पड़ेगा
नगरायुक्त, एसपी ट्रैफिक ने लोगों को पर्यावरण को लेकर आगाह किया है। कहा कि कभी किसी ने नहीं सोचा था कि मास्क लगाकर चलदा पड़ेगा। लोग केवल भौतिक सुख-सुविधाओं के लिए परेशान रहते हैं। अगर आज नहीं सोचेंगे तो कल पछताना होगा। कहा कि ऐसा न हो कि 50 साल बाद हर व्यक्ति अपनी पीठ पर ऑक्सीजन सिलेंडर लादकर चले। घर से पर्यावरण और प्रकृति के बीच संतुलन बनाने की पहल शुरू करिए। घर से निकलने वाला गीला कचरा जो सड़क पर आने पर वातावरण को नुकसान पहुंचा रहा है इसका घर में ही निस्तारित करना होगा। वैज्ञानिक विधि बहुत ही आसान है। एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने निगम की पहल की सराहना की। कहा कि शहर को स्वच्छ बनाने में पुलिस का पूरा सहयोग होगा। पुलिस लाइन के करीब 1500 परिवार भी इस अभियान से जुड़ेंगे।
30 दिन में तैयार हो जाती है खाद
नगरायुक्त डॉ. अरविंद चौरसिया, ब्रांड एम्बेसडर सना खान ने कहा कि 30 दिन में किचन से निकले गीले कचरे (जैसे सब्जी के अपशिष्ट, फलों के छिलके, बचा खाना, अंडे के छिलके अर्थात वह कचरा जो गल जाए ) की दो डस्टबिन के माध्यम से खाद बनाई जाती है। इसमें एक कल्चर का उपयोग किया जाता है। यह कल्चर नगर निगम निःशुल्क मुहैया करा रहा है। तकनीकी सलाह के लिए निगम ने चार संस्थाओं को अनुबंधित किया है। तकनीकी सलाह भी निगम निःशुल्क दे रहा है। गीले कचरे से बनी खाद का उपयोग मिट्टी मिलाकर बागवानी व आर्गेनिक सब्जी छतों पर या बालकनी में तैयार करने में कर सकते हैं। छत पर हरियाली ला सकते हैं।
