जहरीली शराब ने पहले भी बरपाया है कहर
वेस्ट यूपी में पहले भी जहरीली शराब ने कहर बरपाया है। सहारनपुर से लेकर मेरठ और गाजियाबाद में बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। मेरठ में कुछ महीने पहले डूंगर गांव में तीन लोगों की मौत हुई थी। आठ साल पहले...
वेस्ट यूपी में पहले भी जहरीली शराब ने कहर बरपाया है। सहारनपुर से लेकर मेरठ और गाजियाबाद में बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। मेरठ में कुछ महीने पहले डूंगर गांव में तीन लोगों की मौत हुई थी। आठ साल पहले परतापुर में चुनावी दारू ने तीन लोगों की जान ले ली थी।
मेरठ के रोहटा इलाके के डूंगर में जुलाई 2020 में शराब पीने से तीन लोगों की मौत हुई थी। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद छापेमारी की गई थी। पता चला था कि शराब मिर्जापुर गांव निवासी एक शराब माफिया से खरीदी थी। परतापुर में आठ साल पहले ग्राम पंचायत चुनाव के समय भी जहरीली शराब बांटी गई थी, जिसे पीकर तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में भी पुलिस ने पर्देदारी की थी। सहारनपुर के नागल, गागलहेड़ी और देवबंद थाना क्षेत्र के कई गांवों में जहरीली शराब पीने से 44 लोगों की मौत हो चुकी है। 30 लोगों की हालत गंभीर हुई थी। इस मामले में एसएसपी ने 10 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया था।