मवाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शनिवार को कोरोना वैक्सीन के टीके लगने की शुरुआत हो गई। कोविड-19 टीकाकरण अभियान के पहले दिन एक सौ स्वास्थ्य कर्मियों में से 76 ने टीका लगवाया, जबकि 24 कोरोना योद्धा वैक्सीन लगवाने नहीं पहुंचे। सीएचसी पर डॉक्टरों की टीम इन 24 कोरोना योद्धाओं की शाम छह बजे तक प्रतीक्षा करती रही। उधर मंडलायुक्त अनीता मेश्राम व आईजी प्रवीण कुमार ने सीएचसी पहुंच टीम से कोरोना टीका लगाए जाने के बारे में जानकारी की।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवाना पर शुक्रवार दोपहर कोरोना वैक्सीन की 110 डोज कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंच गई थी। कोरोना वैक्सीन की रातभर कड़ी सुरक्षा की गई। इस महाअभियान के पहले चरण में हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया जाना था। कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण महाअभियान की शुरुआत विधायक दिनेश खटीक ने किया। इसके बाद टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू की गई। सीएचसी प्रभारी डा. सतीश भास्कर ने बताया कि क्रमांक-1 प्रवेश द्वार पर तैनात कर्मचारी ने लाभार्थी के पंजीकरण, फोटो आईडी सत्यापन और वैक्सीन प्रोटोकॉल की जांच की। इसके बाद लाभार्थी के दस्तावेज को प्रमाणित कर सत्यापित किया गया। कक्ष दो में वैक्सीनेटर लाभार्थी को टीका लगाया गया। तीसरे कक्ष में आधा घंटे लाभार्थी दो चिकित्सकों की निगरानी में रहे। वैक्सीन लगने के बाद कोविन सिस्टम में रिपोर्टिंग की गई। मवाना सीएचसी प्रभारी डा. सतीश भास्कर ने भी कोरोना की टीका लगवाया।
एक सौ में से 76 को लगा टीका
टीकाकरण महाअभियान के पहले दिन एक सौ स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाना था लेकिन देर शाम छह बजे तक केवल 76 स्वास्थ्य कर्मियों को ही टीके लगाए जा सके। बाकी 24 स्वास्थ्य कर्मी टीके लगवाने नहीं पहुंचे। टीकाकरण टीम ने देर शाम तक 24 लोगों से बात कर बुलाने का प्रयास किया लेकिन हर कोई बहाने बनाकर टीके लगवाने नहीं पहुंचे। दूसरी टीके लगवाने की जो सूची शुक्रवार को जारी की गई थी, उसमें आज सुबह बदलाव कर दिया गया। टीके लगवाने वालों के नाम बदल दिये गये। इसके बावजूद 24 लोग नहीं पहुंच सके।