ऑपरेशन पहचान में 16 हजार 813 अपराधियों का बना रिकॉर्ड
Meerut News - ऑपरेशन पहचान के तहत 16,813 अपराधियों की पहचान की गई है। पिछले तीन सप्ताह में 29,420 अपराधियों का सत्यापन किया गया, जिसमें मेरठ, बुलंदशहर और बागपत प्रमुख रहे। डीआईजी ने अभियान की समीक्षा की और 86 गंभीर...

रेंज में ऑपरेशन पहचान के तहत 16 हजार 813 अपराधियों की पहचान कर रिकार्ड बनाया गया है। अभियान के दौरान कुल मिलाकर 29 हजार 420 अपराधियों को चिह्नित किया गया था। पिछले तीन सप्ताह में अभियान के दौरान यह कार्रवाई की गई है। इसके तहत सबसे ज्यादा अपराधियों के सत्यापन का काम मेरठ में किया गया है। इसके बाद दूसरे नंबर पर बुलंदशहर और इसके बाद बागपत रहा है। डीआईजी रेंज कलानिधि नैथानी ने दिसंबर 2024 में अपराधियों की घेराबंदी के लिए ऑपरेशन पहचान शुरू कराया था। इसके तहत पूरे रेंज में 29 हजार 420 अपराधियों को चिन्हित किया गया था। इनमें से मेरठ में 9788 अपराधी, बुलंदशहर में 7766 अपराधी, बागपत में 7590 अपराधी और हापुड़ में 3509 अपराधी चिह्नित किए गए थे। डीआईजी ने इस अभियान की समीक्षा की है और पता चला है कि शुरुआती तीन सप्ताह में सभी चार जिलों में पुलिस ने 16 हजार 813 अपराधियों का सत्यापन किया है। इनके नाम-वर्तमान पते समेत बाकी जानकारी जुटाई है। इनके खिलाफ दर्ज मुकदमों और इनका स्टेट्स पता किया गया, साथ ही रिश्तेदारों और परिजनों के मोबाइल नंबर भी इस रिकार्ड में शामिल किया गया है। इस दौरान पुलिस को 86 ऐसे अपराधी मिले हैं, जिनके खिलाफ गंभीर अपराध के 10 या इससे ज्यादा मुकदमे दर्ज पाए गए हैं। इन अपराधियों के खिलाफ इतने मुकदमे होने के बावजूद हिस्ट्रीशीट की कार्रवाई नहीं हुई थी। ऐसे में आरोपियों की हिस्ट्रीशीट खोलने और गैंगस्टर लगाकर संपत्ति जब्तीकरण के लिए आदेश दिया गया है। इस अभियान के दौरान अभी 11 हजार 474 अपराधियों का सत्यापन होना बाकी है और इसे जल्द पूरा करने के लिए डीआईजी ने निर्देश दिया है।
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