एनसीईआरटी नकली किताब मामले की सीबीआई जांच हो
एनसीईआरटी की नकली पुस्तकों के मामले के भंडाफोड़ होने के बाद मेरठ के कुछ प्रकाशक आहत हैं। पुस्तक कारोबार से जुड़े लोगों का मानना है कि इस धंधे की लंबी चेन है। इसके खुलासे और कार्रवाई के लिए सीबीआई...
एनसीईआरटी की नकली पुस्तकों के मामले के भंडाफोड़ होने के बाद मेरठ के कुछ प्रकाशक आहत हैं। पुस्तक कारोबार से जुड़े लोगों का मानना है कि इस धंधे की लंबी चेन है। इसके खुलासे और कार्रवाई के लिए सीबीआई जांच होनी चाहिए। मेरठ में ही एजेंटों से लेकर अन्य लोगों को चिह्नित करना होगा। अभी जो लोग सामने आए हैं, वह नकली किताबों की चेन के चंद लोग हैं।
शहर के कई प्रकाशकों से हिन्दुस्तान ने बात की तो सभी पूरे मामले को लेकर आहत तो दिखे, लेकिन कोई भी कमेंट करना से साफ इंकार कर दिया। नाम नहीं छापने की शर्त पर कुछ प्रकाशकों ने कहा कि ऐसा कार्य नहीं नहीं होना चाहिए। कहा कि जिस तरह से इस मामले की बाते सामने आ रही है ऐेसे में पेपर मिलों से लेकर डीलरों, प्रिटिंग यूनिट समेत पूरी चेन खंगाली होगी।
दूसरी ओर, मेरठ बुक सेलर एसोसिएशन पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसमें महामंत्री संजीव अग्रवाल, राजेश गुप्ता, अवदेश रस्तोगी, राहुल गुप्ता, एसोसिएशन अध्यक्ष आशीष धस्माना मौजूद रहे। एनसीआईआरटी पुस्तकों का मामला सामने आने के बाद शहर के सभी पुस्तक विक्रेताओ को एसोसिएशन की ओर से जारी किए गए पत्र की जानकारी दी जिसमें निर्देश जारी किए गए हैं कि वह किसी भी नकली एनसीईआरटी पुस्तकों की बिक्री करने वाले विक्रेता का एसोसिएशन द्वारा बहिष्कार करें।