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मुस्लिमों ने म्यांमार सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर ज्ञापन सौंपा

जुमे की नमाज के बाद हापुड़ अड्डा स्थित इमिलयान मस्जिद के बाहर मुस्लिम जुटे। ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के बैनर चले मुस्लिमों ने म्यांमार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। पैदल मार्च निकाला। कलेक्ट्रेट को...

मुस्लिमों ने म्यांमार सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर ज्ञापन सौंपा
हिन्दुस्तान टीम,मेरठSat, 09 Sep 2017 02:07 AM
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जुमे की नमाज के बाद हापुड़ अड्डा स्थित इमिलयान मस्जिद के बाहर मुस्लिम जुटे। ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के बैनर चले मुस्लिमों ने म्यांमार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। पैदल मार्च निकाला। कलेक्ट्रेट को लिए कूच कर रहे मुस्लिमों को पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया। वहीं पर सिटी मजिस्ट्रेट ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन लिया। इसके अलावा शहर के मस्जिदों मे नमाज से पहले हुई तकरीर में म्यांमार सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया और वहां हो रही जुल्म-ज्यादती पर अंकुश लगाने की मांग की। प्रर्दशनकारियों ने कहा कि यदि वहां से लोग यहां आते है को उन्हें शरण देंगे। जुमे की नमाज के बाद ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के अध्यक्ष कारी शफीकुर्रहमान कासमी, कारी अफ्फान कासमी, शोएब अंसारी, जाहिद अंसारी के नेतृत्व में मुस्लिमों ने म्यांमार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कलेक्ट्रेट के लिए कूच किया तो पुलिस-प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। प्रर्दशनकारी डीएम को ही ज्ञापन देने पर अड़े थे, लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ कोतवाली ने उन्हें वहीं रोककर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन देकर म्याँमार मे मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार को अविलंब रोके जाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने म्यामांर के मुस्लिम समाज पर हो रहे अत्याचार के मामले में संयुक्त राष्ट्र संघ को हस्तक्षेप कर मुस्लिम समाज की सुरक्षा किए जाने की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि म्यांमार देश में लगभग दस लाख से अधिक मुस्लिम धर्म के लोग लगभग सैकड़ों वर्षों से निवास करते आ रहे हैं मगर उनको आज तक भी वहां का नागरिक नहीं माना जाता है। पिछले कई वर्षों से म्यांमार में मुसलमान के खिलाफ हिंसा हो रही है। म्यांमार सरकार और फौज उन पर जुल्म ढहा रही है। हिंसा के डर से बांग्लादेश की सीमा पर हजारों रोहिंग्या मुस्लिम भूखे प्यासे पड़े हैं। बांग्लादेश उनको शरण नहीं दे रहा है। प्रर्दशनकारियों ने कहा कि यदि वहां से लोग यहां आते है को उन्हें शरण देंगे। प्रर्दशनकारियों में अयाज अहमद एडवोकेट, हाजी इस्लामुद्दीन, आरिफ अंसारी, पार्षद, मोहम्मद जाहिद, मोहम्मद शाहिद, हाजी इकबाल, मोहम्मद अय्यूब, हाजी रईस, सिराज अंसारी, रईस अंसारी, आदिल सिद्दीकी, अकरम गाजी, आफाक इम्तियाज, नदीम सिद्दीकी समेत काफी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल थे।

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