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बच्चों को दी पतली सी दाल और कच्ची रोटी

सरकारी विद्यालयों की व्यवस्था परखने के लिए डीएम अनिल ढींगरा के निर्देश पर गठित जिला स्तरीय टीमों की रिपोर्ट में पोल खुल गई है। एक के बाद एक स्कूल के मिड डे मील में गुणवत्ता सही नहीं पाई गई। पतली सी...

बच्चों को दी पतली सी दाल और कच्ची रोटी
हिन्दुस्तान टीम,मेरठWed, 16 May 2018 02:09 AM
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सरकारी विद्यालयों की व्यवस्था परखने के लिए डीएम अनिल ढींगरा के निर्देश पर गठित जिला स्तरीय टीमों की रिपोर्ट में पोल खुल गई है। एक के बाद एक स्कूल के मिड डे मील में गुणवत्ता सही नहीं पाई गई। पतली सी दाल और कच्ची रोटी ने अधिकारियों के सामने सब कुछ बयां कर दिया। डीएम के निर्देश पर इस मामले में एनजीओ से जवाब तलब किया गया है। वहीं गैरहाजिर मिले 20 शिक्षकों और शिक्षामित्रों का वेतन पर रोक लगा दी गई है।

डीएम के निर्देश पर सोमवार को सरकारी विद्यालयों की व्यवस्थाएं परखने के लिए टीम गठित की गईं। इसमें अलग-अलग विभागों के 40 सदस्य शामिल किए गए। टीम ने 236 विद्यालयों का निरीक्षण किया। इनमें 162 परिषदीय, 20 सहायता प्राप्त विद्यालय और 54 इंटर कॉलेज शामिल रहे। टीम ने मुख्य रुप से मिड डे मील और शिक्षकों की उपस्थिति की जांच की। जांच टीम ने खुद मिड डे मील को खाकर देखा। पाया गया कि कई स्कूलों में खाने में गुणवत्ता नहीं थी। मीनू चार्ट के अनुसार व्यंजन नहीं बने थे। दाल बेहद पतली थी और रोटियां कच्ची पाई गई। फल वितरण भी नहीं हो पाया था। वहीं घटिया क्वालिटी के फल बच्चों को दिए जाते हुए देखे गए। इसके अलावा छुटटी के समय एनजीओ भोजन स्कूल में लाते हुए पाए गए। इसके साथ ही कुल 20 शिक्ष्रक अनुपस्थित पाए गए। इस पर मिड डे मील वितरण करने वाली स्वयं सेवी संस्थाओं मानव सेवा समिति संभल, दयावती एजुकेशनल एंड चेरिटेबल सोसाइटी दिल्ली, जन कल्याण शिक्षा विकास सेवा समिति हापुड़, सघन क्षेत्र विकास समिति संभल एवं सुभप्रभात एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी दिल्ली को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया था। इन पर मानकों के विपरित और सही प्रकार से भोजन वितरण नहीं करने का आरोप लगाया गया है। वहीं शिक्षकों की उपस्थिति की जांच में बेसिक शिक्षा के 18 और माध्यमिक शिक्षा के दो शिक्षक, शिक्षा मित्र अनुपस्थित मिले। इन सभी के वेतन पर रोक लगा दी गई है। इन शिक्षको में मिनाक्षी नागपाल, दीक्षा रानी, ऋचा, सोनी अनवर, शबीना, प्रियंका, राखी गोयल, आयशा हसन, आशा, उषा, पुष्कर शर्मा, गुंजन त्यागी, सविता शर्मा, फरजाना खातून, महेश कुमार, सत्यप्रकाश त्यागी, विपिन भारद्वाज शामिल हैं। इनका वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने की बात कही गई है।

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