नए सत्र में विवि में बदलेगा एमफिल एंट्रेंस का पेपर
चौ.चरण सिंह विवि कैंपस एवं कुछ कॉलेजों में जारी एमफिल कोर्स में प्रवेश के लिए होने वाले एंट्रेंस टेस्ट का तरीका इस वर्ष बदल जाएगा। केवल संबंधित विषय के पेपर को पास करने से एमफिल में प्रवेश नहीं...
चौ.चरण सिंह विवि कैंपस एवं कुछ कॉलेजों में जारी एमफिल कोर्स में प्रवेश के लिए होने वाले एंट्रेंस टेस्ट का तरीका इस वर्ष बदल जाएगा। केवल संबंधित विषय के पेपर को पास करने से एमफिल में प्रवेश नहीं होगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशों के अनुसार एमफिल एंट्रेंस में प्रश्नों में बदलाव करने की तैयारी है। इसमें 50 फीसदी सवाल संबंधित विषय के होंगे जबकि 50 फीसदी सवाल रिसर्च एप्टीट्यूड, ब्रेन स्टॉरमिंग, शोध क्षमता और आईसीटी से आएंगे। बदलाव के लिए विवि में एक स्तर की बैठक हो चुकी है। जल्द ही विवि पेपर की प्रक्रिया पर अंतिम फैसला होगा। मई-जून में एमफिल एंट्रेंस होना है।
शोध में गुणवत्ता और अच्छे छात्र-छात्राओं के चयन के लिए पिछले कुछ वर्षों में पीएचडी में प्रवेश को लेकर कई बड़े बदलाव हो चुके हैं। चूंकि एंट्रेंस से एमफिल करने पर छात्रों को संबंधित विवि में पीएचडी में सीधे प्रवेश की छूट है। ऐसे छात्रों को पीएचडी के लिए प्रस्तावित परीक्षा नहीं देनी पड़ती। इसी क्रम में यूजीसी ने एमफिल में प्रवेश के लिए होने वाले टेस्ट में बदलावों के निर्देश दिए हैं। विवि प्रशासन के अनुसार एमफिल में अभी तक 70 फीसदी सवाल विषय से आते हैं और 30 फीसदी सवाल अन्य सेक्शन से। विवि इन 30 फीसदी सवालों को 50 फीसदी करने जा रहा है। ऐसे में प्रस्तावित बदलाव में 50 फीसदी सवाल विषय के होंगे और 50 फीसदी सवाल शोध क्षमता, शोध तार्किकता, सामान्य अध्ययन, आईसीटी से।