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लिसाड़ी गेट से शुरू होगा स्मार्ट मीटर लगाने का पायलट प्रोजेक्ट

पश्चिमांचल में स्मार्ट मीटरिंग का पायलट प्रोजेक्ट शहर के लिसाड़ी गेट इलाके से होगा। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली। सोमवार को ऊर्जा भवन में कंपनी ने पावर प्वाइंट प्रजंटेशन दिया। इधर, कंपनी ने विकासपुरी...

लिसाड़ी गेट से शुरू होगा स्मार्ट मीटर लगाने का पायलट प्रोजेक्ट
हिन्दुस्तान टीम,मेरठTue, 16 Oct 2018 02:05 AM
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पश्चिमांचल में स्मार्ट मीटरिंग का पायलट प्रोजेक्ट शहर के लिसाड़ी गेट इलाके से होगा। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली। सोमवार को ऊर्जा भवन में कंपनी ने पावर प्वाइंट प्रजंटेशन दिया। इधर, कंपनी ने विकासपुरी बिजलीघर क्षेत्र में कंपनी की टीम से फोटो आईडी के साथ घर-घर जाकर सर्वे का कार्य शुरू करा दिया। सर्वे का कार्य पूर्ण होने के बाद अभी लगे मीटरों के स्थान पर स्मार्ट मीटर निःशुल्क लगाए जाएंगे। इनका कोई चार्ज नहीं वसूला जाएगा।

सोमवार को ऊर्जा भवन में एमडी आशुतोष निरंजन की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें मीटर लगाने वाली कंपनी ईईएसएल के प्रतिनिधि और पावर कारपोरेशन के अफसर मौजूद रहे। इसमें एमडी आशुतोष निंरजन ने बताया कि स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को सुविधा प्रदान कर बेहतर सेवा भी सुनिश्चित करेगा। स्मार्ट मीटर यह सुनिश्चित करेगा कि उपभोक्ता अपने बिजली उपयोग का बिल्कुल सटीक बिल पाएं। यानी बिल दर्ज करने में मानवीय हस्तक्षेप और गलत आंकलन होने की कोई गुंजाइश संभव नही होगी।

एमडी का कहना है कि स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता अपने बिजली उपयोग पर बेहतर नियंत्रण कर सकेगें। उपभोक्ता बिजली उपयोग के बारे में आसानी से स्मार्ट मीटर मोबाईल एप के जरिए पता कर सकेगें और उस अनुरूप बदलाव कर धन की बचत कर पायेगें। स्मार्ट मीटर ऊर्जा के इस्तेमाल की सटीक जानकारी सुनिश्चित करता है और ऊर्जा बचत में सहायता करता है। स्मार्ट मीटर बेहतर बिलिंग और बिल वसूली में दक्षता के साथ-साथ और बिजली कटौती में कमी से राज्य की सालाना बचत में भी सहायक होगा। इससे विद्युत पारेषण से वितरण में संचरण के समय होने वाली विद्युत हानियों पर भी रोक लग सकेगी और उपभोक्ताओं को आने वाले समय में 24 घंचे बिजली दी जा सकेगी।

एमडी ने पत्रकारों को बताया कि स्मार्ट मीटर स्मार्ट ग्रिड तैयार करने की दिशा में पहला कदम है। स्मार्ट मीटर हमारे राष्ट्रीय ऊर्जा तंत्र को आधुनिकतम बनाने के लिए सरकार की योजना का हिस्सा है। स्मार्ट मीटर ऊर्जा दक्ष राष्ट्र बनने की दिशा में भारत की यात्रा का अहम हिस्सा साबित होगा। पश्चिमांचल में स्मार्ट मीटर को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लिया गया है। जिसे हर हाल में निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाएगा। मेरठ के पश्चात अन्य जनपदों में भी स्मार्ट मीटर प्राथमिकता पर लगाए जाएंगें। अगले महीने विकासपुरी-लिसाड़ी गेट में दस हजार और दिसंबर महीने में 18 हजार मीटर लगाने का लक्ष्य रखा है। पूरे पश्चिमांचल में 40 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाना प्रस्तावित किया गया। बैठक में निदेशक यतीश वत्स, मुख्य अभियंता संजय आनंद जैन, मुख्य अभियंता मेरठ जोन भागवत यादव, विराग बंसल, अधीक्षण अभियंता संजय अग्रवाल, जेके सिंह, अधिशासी अभियंता तृतीय संजय शर्मा समेत पीवीवीएनएल अफसर मौजूद रहे।

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