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आठ साल बाद उपभोक्ताओं को मिलेंगे राशन कार्ड

मवाना तहसील के करीब 29 हजार उपभोक्ताओं को आठ साल बाद राशन कार्ड मिलेंगे। दो दिन बाद मवाना नगर पालिका, नगर पंचायतें और तहसील के देहात क्षेत्र में राशन कार्डों का वितरण शुरू कर दिया जायेगा। अन्त्योदय...

आठ साल बाद उपभोक्ताओं को मिलेंगे राशन कार्ड
हिन्दुस्तान टीम,मेरठThu, 13 Dec 2018 01:44 AM
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मवाना तहसील के करीब 29 हजार उपभोक्ताओं को आठ साल बाद राशन कार्ड मिलेंगे। दो दिन बाद मवाना नगर पालिका, नगर पंचायतें और तहसील के देहात क्षेत्र में राशन कार्डों का वितरण शुरू कर दिया जायेगा। अन्त्योदय गुलाबी कार्ड निशुल्क मिलेगा, जबकि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत चयनित पात्र गृहस्थियों के कार्ड दस रुपये में मिलेंगे। राशन कार्डों का वितरण नगर पालिका व नगर पंचायत कर्मियों के सहयोग से कार्ड बाटें जायेंगे।

राशन कार्ड हर परिवार के लिए बहुत जरूरी होता है। एक गरीब परिवार के लिए यह कई मायनों में जरूरी होता है, भले ही कोई परिवार राशन नहीं लेता हो। राशन कार्ड की आवश्यकता कई जगह पड़ती है। विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं के लिए राशन कार्ड जरूरी है। उत्तर प्रदेश सरकार अन्त्योदय कार्ड धारकों और पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को ही राशन वितरण कर रही है।

आपूर्ति विभाग से जानकारी मिली कि मवाना तहसील आपूर्ति कार्यालय में करीब 29 हजार उपभोक्ताओं को दो दिन में राशन कार्ड वितरण का काम शुरू हो जायेगा। मवाना नगर, हस्तिनापुर, बहसूमा, किला परीक्षितगढ़, फलावदा, माछरा, किठौर व शाहजहांपुर नगर पंचायतों के अलावा देहात क्षेत्रों में राशन कार्ड जल्द बांटे जायेंगे। अभी आपूर्ति कार्यालय में 27 हजार राशन कार्ड पहुंचे हैं।

वरिष्ठ आपूर्ति निरीक्षक सुनील भटनागर बताते है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अन्तर्गत चयनित पात्र गृहस्थियों को सफेद और अन्त्योदय परिवारों को गुलाबी राशन का मिलेगा। अन्त्योदय परिवारों को राशन कार्ड निशुल्क और पात्र गृहस्थियों को राशन कार्ड दस रुपये में मिलेंगे। दो दिन बाद मवाना नगर व अन्य नगर पंचायतों में नये राशन कार्ड बांटे जायेंगे। अभी उन्हें 27 हजार नये राशन कार्ड मिले है, बाकी भी जल्द ही उनको मिल जायेंगे।

दिसंबर 2016 में आये राशन कार्ड हो गये थे रद्द

अनेक उपभोक्ताओं ने बताया कि उन्हें करीब वर्ष 2010 में राशन कार्ड मिले थे। उसके बाद कइ्र बार-बार नये राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई। दिसंबर 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के फोटो छपे कार्ड आपूर्ति व नगरपालिका कार्यालयों में आये थे। वे बटें नहीं थे कि विधान सभा चुनाव की घोषणा कर दी गई तो सरकार ने उनको रद्द कर दिया था। राशन विक्रेताओं ने जानकारी दी कि वे भी आठ साल पहले बने राशन कार्डों के आधार पर ही राशन बांट रहे हें।

-किसको कितना मिलेगा राशन

-अन्त्योदय परिवारों को 35 किलो खाद्यान्न

-15 किलो चावल और 20 किलो गेहूं मिलेगा

-पात्र गृहस्थियों (सफेद कार्ड)को प्रति यूनिट गेहूं 3 किलो (दो रुपये प्रति)

-चावल दो किलोग्राम (तीन रुपये प्रति)

-मिट्टी का तेल सफेद कार्ड धारक को दो लीटर

-गुलाबी कार्ड धारक को तीन लीटर मिलेगा

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