सौहार्द्र की मिसाल: मस्जिद में बनवाया भगवान शिव का भंडारा
मेरठ के मिश्रित आबादी वाले कोतवाली क्षेत्र में सोमवार को आपसी भाईचारे की मिसाल पेश की गई। भगवान शिव के भंडारा बनाने के लिए शहर की जामा मस्जिद का गेट खेल दिया गया। कृष्णपाड़ा के मोहल्ला चाहशोर...
मेरठ के मिश्रित आबादी वाले कोतवाली क्षेत्र में सोमवार को आपसी भाईचारे की मिसाल पेश की गई। भगवान शिव के भंडारा बनाने के लिए शहर की जामा मस्जिद का गेट खेल दिया गया। कृष्णपाड़ा के मोहल्ला चाहशोर खारीकुआं के पास स्थित प्राचीन सोनाथ शिवमंदिर के स्थापना दिवस पर जामा मस्जिद पर हलवाई बैठे और भगवान के प्रसाद को बनाने के लिए कढ़ाही चढ़ा दी। पूड़ी-सब्जी और हलवे का प्रसाद बना और भगवान को भोग लगाकर इसका वितरण किया गया।
इस क्षेत्र में सोमवार को सद्भाव की धारा बही। जामा मस्जिद में प्रसाद बना और मंदिर में भोग लगाकर भंडारे का प्रसाद सभी को बांटा गया। मुस्लिम परिवारों ने समारोह में पूरा सहयोग किया और प्रसाद बनाने से लेकर वितरण तक में पूरे मनोयोग से जुटे रहे। मस्जिद के दरवाजे सुबह ही खोल दिए गए थे। इसके बाद मस्जिद के विशाल प्रांगण में वजू के अहाते से थोड़ी दूर भट्टी और कढ़ाई चढ़ी।
नमाजियों का पानी प्रसाद में काम आया
स्थानीय निवासी बॉबी रस्तोगी ने बताया कि जामा मस्जिद में जब हलवाई बैठे तो पूड़ी के लिए आटा गूंथने और सब्जी धोने व पकाने के लिए पानी की जरूरत पड़ी। ऐसे में वजू के लिए लगे नलों में पाइप लगाकर पानी लिया गया। नमाजियों के लिए वजू के लिए बनी टोटियों से ही मयूर जग भरकर इसमें बर्फ मिलाकर श्रद्धालुओं को जल पिलाया गया।
यहां महकती है सद्भाव की खुशबू
क्षेत्र के लोग बताते हैं कि यहां स्थित सोनाथ शिव मंदिर डेढ़ सौ साल से भी अधिक पुराना है। दस साल पहले 20 मई को मंदिर का जीर्णोद्धार करा भगवान गणेश, भगवान शिव, मां दुर्गा, मां अन्नपूर्णा, राधा-कृष्ण, बजरंग बली की मूर्तियों की स्थापना की गई थी। इसी उपलक्ष्य में वार्षिकोत्सव मनाया गया। इसमें भगवान को भोग लगाने के बाद प्रसाद का वितरण हुआ। ललित रस्तोगी, बाबा गोस्वामी, बॉबी रस्तोगी, नकुल शर्मा, मोहित, चेतन रस्तोगी, नीरज रस्तोगी, अनुज गोयल, यशपाल रस्तोगी, विपिन रस्तोगी आदि का सहयोग रहा।
शहरकाजी ने दिया था सहयोग का भरोसा
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि शहर काजी प्रो. जैनुस साजिद्दीन से उन्होंने वार्ता की थी, जिस पर उन्होंने सहयोग का भरोसा दिया था। रविवार को जामा मस्जिद के केयर टेकर इकराम भाई से लोग मिले और सोमवार सुबह से मस्जिद के दरवाजे खोल दिए गए और भगवान का प्रसाद बनाया गया।