जीजीआईसी में दमघोटू बदबू के बीच पढ़ने को मजबूर छात्राएं
हापुड़ रोड पर सालों पहले कमेला जमीदोज कर दिया गया था, लेकिन अभी भी पूरा इलाके यहां दमघोंटू बदबू से परेशान है। पुराने कमेला की जमीन पर बने राजकीय कन्या इंटर कालेज में 1600 छात्राएं अध्ययनरत है। जो इस...
हापुड़ रोड पर सालों पहले कमेला जमींदोज कर दिया गया था, लेकिन अभी भी पूरा इलाके यहां दमघोंटू बदबू से परेशान हैं। पुराने कमेला की जमीन पर बने राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में 1600 छात्राएं अध्ययनरत हैं, जो इस दमघोंटू बदूब के बीच पढ़ने को मजबूर हैं। कुछ छात्राएं तो बीमार पड़ रही हैं। पढ़ाई के दौरान ही उल्टियां हो जाती है। इस समस्या की ओर स्थानीय प्रशासन और क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
हापुड़ रोड पर कमेले को सपा शासनकाल में नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां की सख्ती के बाद बंद कराया गया था। यहां कमेला पूरी तरह से जमींदोज कर दिया गया था और राजकीय कन्या इंटर कालेज का निर्माण कराया गया था। पिछले दो सालों से यहां पर कालेज संचालित है। इस समय कालेज में 1600 से अधिक छात्राएं अध्ययरनत हैं। यहां कमेले के रहते हुए तो पूरे इलाके के लोग बदबू से परेशान रहते ही थी, लेकिन अभी भी समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही।
हालात यह है कि छात्राएं लगातार पशुओं के अवशेषों से उठने वाली दुर्गंध से परेशान हैं। कॉलेज में बैठकर पढ़ना दुश्वार हो रहा है। गुरुवार को राजकीय कन्या इंटर कालेज में छात्राओं की स्थिति और कॉलेज के बाहर के हालात के कुछ फोटो वायरल हुए, जिन्हें देखकर वहां के हालातों का आसानी से अंदाजा लगा जा सकता है कि किन हालातों के बीच कॉलेज की छात्राएं अध्ययन करने को मजबूर हैं। गुरुवार को अत्याधिक बदबू के कारण कई छात्राओं के परेशानियां हुई। वह लगातार उल्टियां करने लगीं। बदबू के बीच छात्राओं ने रूमाल नाक पर रखकर पढ़ाई की।