मेरठ। गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा जिले में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के आवेदन बंद
मेरठ। गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री मातृ वंदना...
गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जिले में रफ्तार थम गई है। अप्रैल से इस योजना में कोई फॉर्म नहीं भरा जा सका है। कारण यह है कि जिस विभाग को अब इस योजना के संचालन का जिम्मा मिला है, वहां अभी सभी कर्मियों को प्रशिक्षण ही नहीं मिल पाया है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का संचालन 2017 से चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सिप्सा के जरिए कर रहा था। अब इसके संचालन का जिम्मा महिला कल्याण व बाल विकास एवं पुष्टाहार (आईसीडीएस) विभाग को सौंपा गया है। लेकिन प्रक्रिया पूरी न होने के कारण योजना दोनों विभागों के बीच लटकी हुई है। आईसीडीएस को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को इसका प्रशिक्षण देकर योजना का संचालन कराना है लेकिन प्रशिक्षण नहीं हो पा रहा है। पोर्टल का भी ट्रांसफर भी खटाई में पड़ा है। योजना में आवेदन करने वाले भटक रहे हैं। जिले में हर माह आठ से दस आवेदन होते थे, लेकिन कई महीने से एक भी आवेदन नहीं हुआ है। प्रभारी डीपीओ अतेंद्र सिंह का कहना है कि आंगनबाड़ी का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद योजना का संचालन होगा।
यह है योजना
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पात्र महिलाओं को पहले बच्चे के लिए तीन किस्तों में पांच हजार रुपये और दूसरे बच्चे के लिए छह हजार रुपये समेत कुल 11 हजार रुपये दिए जाते हैं। बशर्ते दूसरी संतान बालिका हो।
कर्मचारी भी परेशान
इस योजना के संचालन के लिए संविदा पर रखे गए कर्मचारी कई माह से वेतन न मिलने के कारण परेशान हैं। वह अपनी नौकरी को लेकर चिंतित हैं। उन्हें कहां काम करना है यह भी तय नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने वेतन देने से हाथ खड़ा कर दिया है। वहीं आईसीडीएस प्रक्रिया पूरी न होने के कारण वेतन देने से इनकार कर रहा है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का संचालन अब आंगनबाड़ी को करना है। शासन स्तर से योजना के ट्रांसफर की प्रक्रिया चल रही है। फिलहाल इस योजना में कोई भी आवेदन नहीं हो रहा है।
-डॉ. अशोक कटारिया, सीएमओ
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।