मेरठ। हिन्दुस्तान टीम
सूरजकुंड निवासी स्पोर्ट्स कारोबारी महक के बेमिसाल हौसले के आगे बड़ी से बड़ी मुश्किल हार मान गई। महक ने सिर्फ अपने दम पर न केवल अपने परिवार को संभाला, साथ ही कई परिवारों को रोजगार भी दिया।
हंसती मुस्कराती महक की जिंदगी में अचानक तूफान आ गया। उनके पिता शशिपाल महाजन स्पोर्ट्स गुड्स के कारोबारी थे। एक दिन अचानक उनके भाई रजत को ब्रेन हेमरेज हुआ और वह दुनिया छोड़कर चला गया। रजत के जाने के बाद साल 2012 में महक का छोटा भाई रोहित कार दुर्घटना का शिकार हो गया। इस दौरान महक मुंबई में मास्टर्स की पढ़ाई कर रही थीं। दो जवान बेटों का गम पिता सह न सके और वह भी दुनिया छोड़ गए। महक ने कभी सोचा भी नहीं था कि जिंदगी में इस तरह के भूचाल से उनका सामना होगा। महक ने हिम्मत बटोरी और अपने परिवार को संभाला। साथ ही कारोबार की बागडोर भी संभाली। आज महक बहुत अच्छे से पूरा बिजनेस और अपने कर्मचारियों की देखभाल कर रही हैं। कई परिवार उनके कारोबार से जुड़े हुए हैं। महक बताती हैं कि शुरुआती दिन उनके लिए बहुत चुनौतीपूर्ण रहे, लेकिन उन्होंने साहस से हर हालात का सामना किया। पूरे आत्मविश्वास से अपने काम को संभाला।
प्रोफाइल
नाम : महक महाजन
निवासी: सूरजकुंड रोड
पेशा : स्पोर्ट्स गुड्स कारोबारी