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प्रतिबंध के बावजूद बिक रहे पटाखे

- सुप्रीम कोर्ट ने पटाखे चलाने पर लगाई हुई है रोक - पुलिस की अनदेखी

प्रतिबंध के बावजूद बिक रहे पटाखे
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,मेरठSun, 12 Nov 2023 01:45 AM
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मेरठ। कार्यालय संवाददाता

जिले में प्रतिबंध के बावजूद पटाखों की दुकानें सज गई हैं। सड़कों पर पुलिस का पहरा होने के बाद भी गोदामों तक पटाखे पहुंच गए और दीपावली से ठीक पहले इनकी बिक्री भी शुरू हो गई। इन पटाखों में चायनीज पटाखों की भरमार है जो पर्यावरण के लिए खतरनाक हैं।

छह वर्ष पूर्व एनजीटी ने दिल्ली-एनसीआर में पटाखों पर रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसका संज्ञान लिया और सख्ती से व्यवस्था लागू करने के निर्देश शासन को दिए। शासन स्तर से फरमान जारी कर दिया गया। इतना सबकुछ होने के बाद भी लगातार पटाखों की बिक्री होती आ रही है। इस वर्ष भी प्रशासन ने सख्ती का दावा किया लेकिन एक बार फिर दावे हवा हवाई साबित हुए। पटाखा कारोबारियों ने प्रशासन की रणनीति पर पानी फेर दिया और पहले ही गोदाम भर लिए। इस सूचना के बाद लगातार प्रशासन कार्रवाई कर रहा है फिर भी पटाखों की बिक्री जारी है। गली मोहल्लों में पटाखों की दुकानें लग गई हैं।

पांच करोड़ का पटाखा मेरठ पहुंचा

इस बार पटाखा कारोबारियों ने तीन माह पहले ही अपने गोदाम भर लिए। जब तक पुलिस सड़क पर पहुंचती, तब तक गोदाम भरकर कारोबार के लिए तैयार हो गए। करीब पांच करोड़ के पटाखे जिले में पहुंचे, जिसमें 80 लाख से एक करोड़ कीमत के पटाखे पुलिस पकड़ भी चुकी है।

गलियों में पटाखों की बिक्री शुरू

दीपावली से पहले पटाखों की बिक्री शुरू हो गई। शहर हो या देहात हर जगह गलियों में पटाखों की दुकानें सज गईं हैं।

वायु प्रदूषण का बढ़ा खतरा

पटाखों की बिक्री शुरू होने के बाद एक बार फिर वायु प्रदूषण का खतरा बढ़ गया है। ग्रीन पटाखों का कांसेप्ट क्लीयर नहीं हो पाया, जिस कारण काफी जगह ग्रीन पटाखों के स्टीकर के साथ बाजार में सामान्य पटाखे बेचे जा रहे हैं।

कहना इनका...

दिल्ली-एनसीआर ही नहीं पूरे देश में पटाखों पर प्रतिबंध है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर पटाखे पकड़ रही है। जहां तक खुले में पटाखे बिकने की बात है तो ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं। पुलिस पटाखे बिकने नहीं देगी

- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी

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