सेना का सम्मान पाकर नम हुई नारियों की आंखें
तिरंगे की आन, बान और शान को बढ़ाने वाले देश के शहीद वीर सपूतों की शहादत को देश कभी नहीं भूल पाएगा। इन वीरों के परिवारों के साथ पूरा भारत एकजुट होकर खड़ा है। ऐसा ही कुछ बुधवार को भंडारी हॉल आरवीसी...
तिरंगे की आन, बान और शान को बढ़ाने वाले देश के शहीद वीर सपूतों की शहादत को देश कभी नहीं भूल पाएगा। इन वीरों के परिवारों के साथ पूरा भारत एकजुट होकर खड़ा है। ऐसा ही कुछ बुधवार को भंडारी हॉल आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज में देखने को मिला। जहां सम्मान समारोह के दौरान सभी की आंखें नम हो गईं। सेना के जवानों व फैमिली वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन की चेयरपर्सन द्वारा वीर नारियों को सम्मानित किया गया।
सैन्य अधिकारियों की पत्नियों की संस्था आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से हर साल विशेष सप्ताह मनाया जाता है। इसके तहत ही कैंट स्थित भंडारी हॉल आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज में 53वीं एडब्ल्यूडब्ल्यूए(आवा) सप्ताह के अंतर्गत फैमिली वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन, पश्चिम यूपी सब एरिया की चेयरपर्सन पी ललिता साईं और स्टाफ ऑफ इंडियन एक्स सर्विसमैन लीग की ओर से ब्रिगेडियर(रिटायर्ड) रणबीर सिंह और चंद्रा सिंह ने 57 वीर नारियों और छह पूर्व सैनिकों की पत्नियों को सम्मानित किया। इन वीर नारियों ने सम्मान पाकर गर्व महसूस किया। सेना के जवानों ने तालियों से इनका उत्साहवर्धन किया।
वहीं, कार्यक्रम में उनकी शिकायतों का भी हल किया गया। शिकायतों में पेंशन संबंधी, डीआईएवी रजिस्ट्रेशन, ईसीएससी, सीएसडी, पैन कार्ड, आधार कार्ड, जीवन प्रमाण-पत्र आदि शामिल रहीं। इसके अलावा ईसीएससी पॉलिक्लिनीक मेरठ की ओर से एमएच मेरठ के तत्वावधान में सैनिकों के परिजनों के लिए मेडिकल कैंप भी लगाया गया। यह सप्ताह ईयर ऑफ द नेक्सट ऑफ कीन थीम पर आधारित रहा। बता दें कि भारतीय सेना ने युद्ध के हताहतों एवं रिटायर्ड सैनिकों के परिजनों को लाभ पहुंचाने के लिए ईयर ऑफ द नेक्सट ऑफ कीन की शुरुआत की है। ताकि शहीद एवं युद्ध के हताहतों के परिवार को वित्तीय लाभ, कल्याणकारी योजनाओं का लाभ, पेंशन योजना आदि समस्याओं को हल करने में मदद मिल सके।