ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश मेरठकिसानों ने किया पैदल मार्च, दूसरे दिन भी बंद कराया काम

किसानों ने किया पैदल मार्च, दूसरे दिन भी बंद कराया काम

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर लगातार दूसरे दिन किसानों का कब्जा रहा। किसानों ने एक्सप्रेस-वे पर पैदल मार्च किया। निरीक्षण के लिए पहुंचे एनएचएआई...

किसानों ने किया पैदल मार्च, दूसरे दिन भी बंद कराया काम
हिन्दुस्तान टीम,मेरठSun, 04 Oct 2020 03:05 AM
ऐप पर पढ़ें

मेरठ। मुख्य संवाददाता

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर लगातार दूसरे दिन किसानों का कब्जा रहा। किसानों ने एक्सप्रेस-वे पर पैदल मार्च किया। निरीक्षण के लिए पहुंचे एनएचएआई अधिकारियों को वापस जाने के लिए बाध्य कर दिया। एनएचएआई के अधिकारी बिना निरीक्षण के ही वापस लौट गए। किसानों ने कहा है कि अब एक समान मुआवजा भुगतान पर फैसला हुए बिना कोई काम नहीं होगा। उधर, मोदीनगर एसडीएम का ट्रांसफर हो जाने के कारण वार्ता नहीं हो सकी।

शनिवार को दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर किसानों का धरना 17वें दिन भी जारी रहा। किसानों ने धरना स्थल पर एक पंचायत बुला रखी थी, जिसमें महिलाएं, बच्चों के साथ बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। अचानक किसानों को 40-50 गाड़ियों का काफिला एक्सप्रेस-वे पर आता दिखाई दिया। पता चला कि एनएचएआई के अधिकारी निरीक्षण कर रहे हैं। इसके बाद पंचायत में शामिल सभी लोग एक्सप्रेस-वे पर मार्च करने लगे। एनएचएआई अधिकारियों की टीम काफिले के साथ वापस लौट गई।

आंदोलन की अगुवाई कर रहे पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं किसान नेता डॉक्टर बबली गुर्जर, सतीश राठी ने बताया कि किसानों को प्रशासन के अधिकारी मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार आश्वासन देकर मामले को टाला जा रहा है। बबली गुर्जर ने बताया कि संघर्ष समिति की रविवार को बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी। आंदोलन में शनिवार को करीब 20 गांवों के किसान एक्सप्रेस वे पर मौजूद रहे। आंदोलन में प्रथम गढ़, चुड़ियाला, मुरादाबाद, बलौदा, भोजपुर पट्टी, आजमगढ़, कलछीना, नूरपुर मनोट, काशी, सोलाना आदि गांवों के किसान मौजूद रहे। किसान प्रतिनिधियों ने बताया कि शनिवार को मोदीनगर तहसील में वार्ता नहीं हो सकी। अब सोमवार को वार्ता की उम्मीद है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें