किसानों ने ठप किया एक्सप्रेस-वे का काम, पशु बांधने की चेतावनी
एक समान मुआवजे की मांग को लेकर बुधवार को किसानों ने मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस वे का काम ठप कर दिया। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र वार्ता नहीं की गई तो निर्माण स्थल पर पशुओं को बांध दिया जाएगा।...
एक समान मुआवजे की मांग को लेकर बुधवार को किसानों ने मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस वे का काम ठप कर दिया। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र वार्ता नहीं की गई तो निर्माण स्थल पर पशुओं को बांध दिया जाएगा। किसानों ने कहा कि सरकार और प्रशासन मुआवजे पर फैसला करे या काम बंद। अब आर-पार की लड़ाई होगी।
बुधवार को किसानों को सूचना मिली कि भोजपुर में मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस वे पर एनएचएआई की ओर से काम शुरू करा दिया गया है। इस पर सभी किसान इकट्ठा होकर भोजपुर पहुंचे। हालांकि, बारिश के कारण थोड़ा बहुत ही काम चल रहा था। वहां पाया कि एक्सप्रेस-वे के ऊपर काम चल रहा था। उन्होंने चल रहे काम को रुकवा दिया। आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता सतीश राठी एवं सपा नेता पवन गुर्जर ने कहा कि गुरुवार से धरने की जगह बदलकर मुरादाबाद के बजाय भोजपुर में कर दी गई है। अब धरना भोजपुर में पुल के नीचे चलेगा। प्रशासन ने 17 जुलाई को किसानों को मीटिंग का आश्वासन दिया है। अगर 17 में किसानों की मीटिंग नहीं होती है तो 18 से सभी किसान अपने-अपने गांव के सामने पशुओं को एक्सप्रेस-वे पर बांधने का काम करेंगे। बुधवार के आंदोलन में किसान नेता महबूब सोलना, हाजी जनेद काशी, निशांत भड़ाना, प्रखर जाट आदि रहे। उधर, इससे पहले किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को मोदीनगर के एसडीएम से मिला था। कहा था कि जब तक मुआवजे के मामले का निस्तारण नहीं होता तो काम नहीं होना चाहिए। 13 जुलाई को परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से वार्ता न होने से नाराज किसानों ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि अब काम नहीं होने देंगे।