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पुलिस लाइन में टेम्पो यूनियन प्रधान के परिजनों और पुलिस में भिड़ंत

टेम्पो यूनियन प्रधान अश्वनी लोधी के आत्मदाह का मामला सोमवार दोपहर एक बार फिर गरमा गया। सर्किट हाउस के बाहर अश्वनी के परिजनों और आरोपी दरोगा के बीच कहासुनी हो गई। दोनों ने एक दूसरे पर मारपीट का आरोप...

पुलिस लाइन में टेम्पो यूनियन प्रधान के परिजनों और पुलिस में भिड़ंत
हिन्दुस्तान टीम,मेरठTue, 18 Feb 2020 01:46 AM
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टेम्पो यूनियन प्रधान अश्वनी लोधी के आत्मदाह का मामला सोमवार दोपहर एक बार फिर गरमा गया। सर्किट हाउस के बाहर अश्वनी के परिजनों और आरोपी दरोगा के बीच कहासुनी हो गई। दोनों ने एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया। दरोगा पुलिस लाइन में जा घुसा तो अश्वनी के परिजन भी पीछे-पीछे पुलिस लाइन में जा घुसे। जमकर हंगामा हुआ और सीओ सिविल लाइन टीम के साथ मौके पर पहुंचे। मामला समझने से पहले ही पुलिसकर्मियों ने प्रधान के परिजनों से हाथापाई कर दी और जीप में डालकर थाने ले आए। भाजपा नेताओं ने प्रकरण में हस्तक्षेप किया, जिसके बाद महिलाओं को छोड़ा गया।

टीपीनगर में चंद्रलोक कॉलोनी निवासी अश्वनी लोधी टेंपो यूनियन के प्रधान थे। अश्वनी ने टीपीनगर थाने के दरोगा राजदीप पुनिया पर उगाही और चालान काटने का आरोप लगाते हुए 12 जनवरी को खुद को आग लगा ली थी। उपचार के लिए दिल्ली सफदरजंग अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान अश्वनी की 19 जनवरी को मौत हो गई। इस प्रकरण में दरोगा को सस्पेंड करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था।

करीब एक माह बाद भी आरोपी दरोगा की गिरफ्तारी नहीं होने के चलते अश्वनी के परिजन सोमवार को आईजी कार्यालय पर शिकायत लेकर आए थे। जैसे ही परिवार आईजी प्रवीण कुमार से मिलकर घर लौट रहा था, सर्किट हाउस के सामने होटल पर उन्हें दरोगा राजदीप पुनिया दिखाई दे गया। परिवार के लोगों ने दरोगा को रोक लिया और अपने वकील, पुलिस को फोन कर दिया। दरोगा और अश्वनी के परिजनों के बीच भिड़ंत हो गई। दरोगा बाइक वहीं छोड़कर पैदल ही पुलिस लाइन में जा घुसा। परिजन पीछा करते हुए लाइन में पहुंच गए और हंगामा कर दिया।

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