बोले मेरठ : मंदिर की जर्जर सड़क को अतिक्रमण ने जकड़ा
Meerut News - मेरठ में जागृति विहार स्थित प्राचीन मां मंशा देवी मंदिर के पास श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या आती है, लेकिन यहाँ की सड़कें, नालियां और शौचालय की कमी से सभी परेशान हैं। व्यापारी और श्रद्धालु सड़क निर्माण,...
मेरठ। जागृति विहार स्थित प्राचीन मां मंशा देवी मंदिर आस्था का वह केंद्र है, जहां हर रविवार हजारों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। नवरात्र के दौरान यह संख्या लाखों तक पहुंच जाती है। मंदिर के आसपास गढ़ रोड से लेकर कालियागढ़ी तक का पूरा बाजार, जिसमें बड़ी संख्या में दुकानें हैं, श्रद्धालुओं की रौनक से गुलजार हो उठता है। परंतु अफसोस की बात यह है, कि जिस बाजार से श्रद्धालु अपनी आस्था और खुशियों के लिए खरीदारी करते हैं, वही बाजार आज बदहाली का शिकार है। सड़कें जर्जर हैं और नालियां गंदगी से अटी रहती हैं। मां मंशा देवी व्यापार संघ को सड़क निर्माण और बुनियादी सुविधाओं की दरकार है।
नगर निगम के वार्ड नंबर 18 में जागृति विहार स्थित प्राचीन मां मंशा देवी मंदिर के आसपास करीब 115 दुकानें हैं। यहां व्यापारियों का मां मंशा देवी व्यापार संघ भी बना है। इस बाजार में मां मंशा देवी मंदिर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र भी है। हर रविवार यहां 10 हजार से अधिक भक्त मां के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मंदिर के आसपास बसा मार्केट आस्था और व्यापार दोनों का प्रमुख केंद्र बन चुका है। लेकिन इस क्षेत्र की बदहाल व्यवस्था व्यापारी और श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत कर रही है। यहां बाजार और मंदिर तक पहुंचने वाली सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। पूरे मार्केट में महिला श्रद्धालु या ग्राहकों के लिए कोई टॉयलेट मौजूद नहीं है। जिससे लोगों को काफी असुविधा झेलनी पड़ती है। वहीं इस इलाके में गंदगी के कारण भी लोग परेशान रहते हैं। साथ ही अतिक्रमण से यहां सड़क ही छोटी हो गई है। हिन्दुस्तान बोले मेरठ टीम ने इस मार्केट के व्यापारियों से संवाद कर उनकी समस्याओं को जाना। यहां मौजूद सभी व्यापारी सड़कों का निर्माण और बुनियादी सुविधाएं चाहते हैं। चारों तरफ की जर्जर सड़कों का हो निर्माण व्यापारियों का कहना है कि बाजार और मंदिर तक आने वाली सड़कों की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि चलना भी मुश्किल है। गहरे गड्ढों से भरी यह सड़कें बरसात में तालाब जैसी हो जाती हैं। जिनमें फिसलकर लोग गिरते रहते हैं। मंदिर और बाजार के लिए गढ़ रोड से आने वाली सड़क हो, पीएनबी रोड पर फंड ऑफिस के सामने वाली सड़क हो या फिर केएलए स्कूल की ओर से आने वाली सड़क, सभी के हालत एक जैसे हैं। गड्ढों में वाहन फिसलकर गिर जाते हैं, वहीं पैदल चलने वाले लोग भी गिरकर चोटिल हो जाते हैं। इन सड़कों को बनाया जाए, ताकि लोगों को परेशानी ना हो। चोक नालियां और सफाई नहीं होने से परेशानी मंशा देवी मार्केट के व्यापारियों का कहना है कि यहां बाजार व मंदिर के आसपास सड़कें ही नहीं, नालियों की स्थिति भी बेहद दयनीय है। चोक पड़ी नालियों में गंदगी के कारण मच्छरों की समस्या बढ़ रही है। बरसात के दिनों में तो यह नालियां ऊपर तक आ जाती हैं और सड़कों पर पानी भर जाता है। वहीं मंदिर के आसपास और बाजार में कूड़े के ढेर से उठती बदबू के कारण श्रद्धालुओं व दुकानदार दोनों परेशान रहते हैं। यहां निरंतर सफाई नहीं होती है, जिससे कूड़े का ढेर लग जाता है। आधे से ज्यादा कूड़ा नालियां में चला जाता है, जिससे नाली चोक हो जाती हैं। इसके चलते निकासी भी बदतर हो जाती है, समस्या कम होने के बजाय बढ़ जाती है। बाजार में महिलाओं के लिए बने टॉयलेट मंशा देवी मार्केट में दुकानदारों का कहना है कि यहां सबसे बड़ी समस्या महिला श्रद्धालुओं के लिए शौचालय की कमी है। नवरात्र में लाखों की संख्या में आने वाली महिलाएं इस बाजार में खरीदारी करती हैं, लेकिन उनके लिए शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है। जो एकमात्र शौचालय चौराहे पर बना है, उसकी हालत जर्जर है और वह उपयोग लायक नहीं है। महिलाओं को मजबूरी में भारी असुविधा झेलनी पड़ती है। यहां महिलाओं के लिए एक अलग से टॉयलेट बनाया जाए, ताकि परेशानी का सामना ना करना पड़े। अतिक्रमण से सड़कें संकरी, ट्रांसफार्मर से हादसे का डर मार्केट में अतिक्रमण ने सड़कों को और छोटा कर दिया है। दुकानें और ठेले सड़क तक फैले हुए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को निकलने में भारी दिक्कत होती है। त्योहारों और रविवार के दिन तो यह स्थिति और भी विकराल हो जाती है। मंदिर से पहले चौराहे के पास लगा ट्रांसफार्मर और उससे लटकते नंगे बिजली के तार लोगों की जान के लिए बड़ा खतरा बने हुए हैं। बरसात के दिनों में इनमें दौड़ते करंट से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। क्योंकि पानी इन तारों को टच कर जाता है। इसके चलते यह समस्या श्रद्धालुओं के लिए ही नहीं बाजार में व्यापारियों के लिए भी डराने वाली है। आए दिन इस ट्रांसफार्मर में कुत्ते और बंदर हादसों का शिकार होते हैं। इससे पहले बड़ा हादसा हो इसके तारों की व्यवस्था ठीक करनी होगी। बंदर और आवारा कुत्तों का आतंक से बढ़ती दिक्कतें लोगों का कहना है, कि इलाके में आवारा कुत्ते और बंदर आए दिन श्रद्धालुओं व दुकानदारों को अपना शिकार बनाते हैं। बाजार और मंदिर क्षेत्र में कुत्तों व बंदरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आए दिन ये किसी न किसी श्रद्धालु पर हमला कर देते हैं। महिलाएं और बच्चे सबसे ज्यादा परेशान रहते हैं। श्रद्धालु बताते हैं, कि कई बार प्रसाद और सामान लेकर जाते समय बंदर हमला कर लेते हैं। बंदरों को लेकर कई बार नगर निगम को शिकायत भी दी गई है, लेकिन आजतक कोई समाधान नहीं हुआ। जागृति विहार क्षेत्र बंदरों के हमले में महिलाएं घायल हो चुकी हैं। समस्याओं का हो समाधान तो मिले राहत व्यापारियों का कहना है कि सड़कें टूटी होने और अतिक्रमण से रास्ता छोटा हो जाने के कारण बाजार में श्रद्धालुओं का आना-जाना कठिन होता है। इससे दुकानदारों के व्यापार पर सीधा असर पड़ रहा है। कई बार जाम लगने से श्रद्धालु खरीदारी करने से बचते हैं और सीधे मंदिर में दर्शन कर लौट जाते हैं। यह क्षेत्र धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ है और यहां रोज हजारों की संख्या में लोग आते हैं। यदि प्रशासन सड़कों को दुरुस्त कर दे, नालियां साफ कराए, अतिक्रमण हटाए, शौचालय की समुचित व्यवस्था बनाए और ट्रांसफार्मर से लटकते खतरनाक तारों को ठीक कर दे तो इस जगह का स्वरूप पूरी तरह बदल सकता है। समस्या - बाजार और मंदिर के आसपास की सड़कें जर्जर हो चुकी हैं - नालियों की सफाई व कूड़ा उठाने की नियमित व्यवस्था नहीं - महिलाओं और बच्चों के लिए शौचालय नहीं बनाया गया है - बाजार में अतिक्रमण के कारण रास्ते संकरे हो गए हैं - ट्रांसफार्मर के नंगे तारों और टूटी फेंसिंग से खतरा रहता है - क्षेत्र में आवारा कुत्ते और बंदरों का आतंक रहता है सुझाव - बाजार और मंदिर के पास जर्जर सड़कों का निर्माण हो - नालियों की सफाई व कूड़ा उठाने की नियमित व्यवस्था हो - महिलाओं और बच्चों के लिए साफ-सुथरे शौचालय बनें - बाजार में अतिक्रमण हटाकर रास्तों को चौड़ा किया जाए - ट्रांसफार्मर और उसके नंगे तारों को व्यवस्थित किया जाए - आवारा कुत्तों और बंदरों की समस्या का समाधान किया जाए हमारी भी सुनो हर रविवार को बड़ी संख्या में लोग मंदिर आते हैं, नवरात्र में भीड़ रहती है, लेकिन यहां महिलाओं के लिए शौचालय नहीं है। - पूजा राजपूत, व्यापारी टूटी सड़क की वजह से बाजार में बहुत समस्या होती है, सड़कें और नालियां सुधर जाएं तो हमारा व्यापार अच्छा हो जाए। - अजय कुमार नवरात्र के समय बाजार में बहुत भीड़ होती है, ग्राहक आते हैं, टूटी सड़क और अतिक्रमण की वजह से परेशान हो जाते हैं। - दुष्यंत शर्मा, महामंत्री, मां मंशा देवी व्यापार संघ हम तो दुकान खोलकर रोजी-रोटी कमाते हैं, लेकिन टूटी सड़कों और अतिक्रमण के कारण व्यापार ठप हो गया है। - ध्रुव, व्यापारी मां मंशा देवी के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं, पर यहां महिलाओं के लिए शौचालय तक नहीं है, इसका समाधान हो। - तुषार पंवार, कोषाध्यक्ष नालियां गंदगी से भरी रहती हैं, अगर सफाई हो जाए और बाजार में शौचालय बन जाए तो सभी को राहत मिले जाए। - विकास चौहान यहां अतिक्रमण बड़ी समस्या है, सड़क तक दुकान बना ली हैं, प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करे और सड़क का चौड़ीकरण हो। - सुभाष सक्सेना चौराहे के पास ट्रांसफार्मर खुला है, नंगे तारों से करंट का डर रहता है, बंदर और कुत्ते मरते रहते हैं, इसको ठीक किया जाए। - विनोद कुमार गुप्ता बाजार और मंदिर के आसपास कूड़ा नियमित उठाया जाना चाहिए, इससे मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को राहत होगी। - लेखराज सिंह, संरक्षक बाजार में आने वाली सभी जर्जर सड़कों का निर्माण किया जाना चाहिए, ताकि ग्राहकों और श्रद्धालुओं को समस्या ना हो। - पवन कुमार स्ट्रीट लाइटें खराब हुई पड़ी हैं, चौराहे पर सोलर लाइट भी खराब है, अंधेरा रहता है, जबकि यहां लोगों का आवागमन बहुत है। - अंकित जैन इस क्षेत्र में बंदरों और कुत्तों का बहुत आतंक है, बंदर श्रद्धालुओं का सामान छीनकर ले जाते हैं, लोगों को काट लेते हैं। - कमल सिंह यहां सड़कें बहुत खराब हैं, जिनको बनवाने के लिए कोशिश की जा रही है, प्रस्ताव दिए हैं, जैसे ही टेंडर होगा काम शुरू हो जाएगा। - रविंद्र कुमार, पार्षद, वार्ड 18
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