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जहर देकर सैकड़ों पशुओं को मारने वाले दो युवक सीसीटीवी से पकड़े

इंचौली क्षेत्र में सालभर से रहस्मय तरीके से हो रही पशुओं की मौत का मंगलवार को सनसनीखेज खुलासा हुआ है। ग्रामीणों ने ऐसे दो आरोपियों को पकड़ा है जो चारे में जहरीली दवाएं मिलाकर या इंजेक्शन लगाकर पशुओं...

इंचौली क्षेत्र में सालभर से रहस्मय तरीके से हो रही पशुओं की मौत का मंगलवार को सनसनीखेज खुलासा हुआ है। ग्रामीणों ने ऐसे दो आरोपियों को पकड़ा है जो चारे में जहरीली दवाएं मिलाकर या इंजेक्शन लगाकर पशुओं...
1/ 2इंचौली क्षेत्र में सालभर से रहस्मय तरीके से हो रही पशुओं की मौत का मंगलवार को सनसनीखेज खुलासा हुआ है। ग्रामीणों ने ऐसे दो आरोपियों को पकड़ा है जो चारे में जहरीली दवाएं मिलाकर या इंजेक्शन लगाकर पशुओं...
इंचौली क्षेत्र में सालभर से रहस्मय तरीके से हो रही पशुओं की मौत का मंगलवार को सनसनीखेज खुलासा हुआ है। ग्रामीणों ने ऐसे दो आरोपियों को पकड़ा है जो चारे में जहरीली दवाएं मिलाकर या इंजेक्शन लगाकर पशुओं...
2/ 2इंचौली क्षेत्र में सालभर से रहस्मय तरीके से हो रही पशुओं की मौत का मंगलवार को सनसनीखेज खुलासा हुआ है। ग्रामीणों ने ऐसे दो आरोपियों को पकड़ा है जो चारे में जहरीली दवाएं मिलाकर या इंजेक्शन लगाकर पशुओं...
हिन्दुस्तान टीम,मेरठWed, 14 Nov 2018 02:20 AM
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इंचौली क्षेत्र में सालभर से रहस्मय तरीके से पशुओं की मौत हो रही है। मंगलवार को इसका सनसनीखेज खुलासा हुआ। ग्रामीणों ने ऐसे दो आरोपियों को पकड़ा है जो चारे में जहरीली दवाएं मिलाकर या इंजेक्शन लगाकर पशुओं को मार देते थे। अगले ही दिन वे मुर्दा-मवेशी वाले बनकर पहुंच जाते थे और मृत पशु को ले जाते थे। मृत पशु की खाल और मांस को बाजार में बेच देते थे। आरोपियों ने एक साल के भीतर सैकड़ों पशुओं को मारने की घटनाएं कुबूली हैं। वे मुर्दा-मवेशी ठेकेदार के कहने पर यह काम करते थे। उन्हें एक पशु मारने पर एक हजार रुपये मिलता था।

सोमवार को मसूरी गांव निवासी गोपीचंद के भैंसे की जहरीले पदार्थ के सेवन से मौत हो गई थी। इसके बाद गांव के लोगों ने मौके पर मौजूद एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी। इसमें बाइक सवार दो युवक पशुओं को जहरीला पदार्थ फेंककर जाते हुए दिखाई दिए। मंगलवार सुबह मृत भैंसे को उठाने के लिए दो युवक छोटा हाथी लेकर पहुंचे। ग्रामीणों ने उक्त युवकों से पूछा कि बिना सूचना दिए उन्हें पशु के मरने की जानकारी कैसे हुई। इस पर दोनों युवक सकपका गए। ग्रामीणों ने सीसीटीवी फुटेज से दोनों युवकों के चेहरे का मिलान किया तो वही पाए गए। ग्रामीणों ने फोन कर पुलिस को बुला लिया।

पुलिस गांव पहुंचकर आरोपियों को थाने ले गई। पूछताछ में आरोपियों ने खुद को आमिर और इमरान निवासी मोहल्ला मुन्नालाल, मवाना बताया। उन्होंने बताया कि वह ठेकेदार के कहने पर मृत पशु को उठाने पहुंचे थे। ठेकेदार उन्हें पशुओं को मारने की एवज में एक हजार रुपये देता है। इसके बाद वह पशुओं को उठाने पहुंच जाते हैं।

इंचौली एसओ योगेंद्र ने बताया कि बशीर, खालिद और आरिफ ये तीनों मुर्दा मवेशी ठेकेदार हैं। यह कुछ लड़कों की मदद से पशुओं को लड्डु में जहर मिलाकर खाने को दे देते हैं। इसके बाद अगले दिन अन्य लड़के पशुओं को उठाने पहुंच जाते हैं। दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। एसओ ने बताया कि फुरकान, सलमान, सद्दाम, शाहआलम समेत कई युवक अभी फरार हैं। उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

सैकड़ों पशुओं को मौत के घाट उतारा

पिछले एक साल के अंदर इंचौली क्षेत्र के इंचौली, बहचौला, कस्तला, कुनकुरा, मसूरी, नंगलाशेखू आदि गांवों में सैकड़ों पशुओं की जहर से मौत हो चुकी है। बीते कुछ दिनों पहले भी कुनकुरा गांव के ग्रामीणों ने दो युवकों को दबोच लिया था। सबूत नहीं मिलने और मृत पशु की बिसरा जांच मिलने तक पुलिस को आरोपियों को छोड़ना पड़ा। ग्रामीणों के मुताबिक यह गिरोह सैकड़ों पशुओं को जहर देकर मार चुका है। थाने में मोनू, सुरेश, विजयपाल, यामिन, रमेशचंद गिरवा, राहुल, शहजाद, इशराक, युसुफ, नीटू समेत कई ग्रामीणों ने अपने पशुओं को जहर देकर मारे जाने की बात कही।

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