मंगतपुरम में शराब माफियाओं का पुलिस पर हमला, पथराव-फायरिंग
ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के मंगतपुरम में दबिश देने पहुंची पुलिस पर शराब माफियाओं ने हमला कर दिया। पथराव और फायरिंग कर दी। थाने के इंस्पेक्टर समरजीत सिंह व अन्य पुलिसकर्मी फायरिंग में बाल-बाल बचे।...
ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के मंगतपुरम में दबिश देने पहुंची पुलिस पर शराब माफिया ने हमला बोल दिया। पथराव और फायरिंग कर दी। थाने के इंस्पेक्टर समरजीत सिंह व अन्य पुलिसकर्मी फायरिंग में बाल-बाल बचे। पुलिस पर हमले की खबर लगते ही महकमे में हड़कंप मच गया। एसपी सिटी ने कई थानों की फोर्स के साथ पूरा इलाका घेर लिया। करीब पचास घरों की तलाशी ली गई। इस दौरान पांच सौ पेटी हरियाणा मार्का शराब और रैक्टीफाइड स्प्रिट बरामद हुई। इंस्पेक्टर की ओर से शराब माफिया रमेश प्रधान और उसके अज्ञात साथियों पर जानलेवा हमला, सरकारी कार्य में बाधा डालने व बलवे का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
ब्रह्मपुरी थाना इंस्पेक्टर समरजीत सिंह ने बताया कि शनिवार दोपहर उन्हें सूचना मिली कि मंगतपुरम में हरियाणा मार्का शराब का जखीरा आया है। वह थाने की पुलिस लेकर दबिश देने के लिए पहुंच गई। सूचना लीक होने के चलते शराब माफिया पहले ही सक्रिय हो गए। पुलिस जीप के पहुंचते ही शराब माफिया ने वहां झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाली महिलाओं और बच्चों को आगे कर दिया। उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इधर, शराब माफिया रमेश प्रधान ने कूड़े के ढेर के पीछे छिपकर पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इंस्पेक्टर ने बताया कि हमले के चलते वह किसी घर में नहीं घुस पाए। तुरंत एसपी सिटी को हमले की खबर दी गई। एसपी सिटी रणविजय सिंह, सीओ हरिमोहन सिंह, परतापुर, टीपीनगर, रेलवे रोड व देहली गेट थाने की पुलिस को लेकर मंगतपुरम पहुंच गए। उन्होंने पूरा इलाका घेर लिया। भारी संख्या में पुलिस फोर्स को देखकर वहां रहने वाले लोग अपने घर छोड़कर भाग गए। पुलिस ने शराब माफिया रमेश प्रधान के घर से करीब पांच सौ पेटी हरियाणा मार्का शराब बरामद की है। यहां भारी मात्रा में रैक्टीफाइड स्प्रिट भी रखा मिला। इंस्पेक्टर समरजीत सिंह ने बताया कि उनकी ओर से रमेश प्रधान व उसके पांच-छह साथियों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
मंगतपुरम में चौथी बार पुलिस पर हमला
मंगतपुरम में पुलिस पर यह चौथी बार हमला हुआ है। पूर्व एसएसपी जे.रविंदर गौड, मंजिल सैनी और राजेश पांडेय के कार्यकाल में शराब तस्करों ने छापेमारी करने गई पुलिस पर हमला किया था। 23 अक्तूबर को आबकारी टीम पर पथराव-फायरिंग हुई। इसमें कई पुलिसवाले भी घायल हुए थे। करीब दो साल पहले खरखौदा थाना क्षेत्र के घोसीपुर में शराब माफिया शहजाद उर्फ पाशा व उसके गुर्गों ने तत्कालीन सीओ बीएस वीरकुमार पर फायरिंग कर दी थी। इसमें सीओ बाल-बाल बचे थे। इससे पहले किठौर क्षेत्र में भी शराब तस्कर पुलिस पर हमला कर चुके हैं।
ब्रह्मपुरी-टीपीनगर शराब तस्करी के बड़े अड्डे
ब्रह्मपुरी और टीपीनगर थाना क्षेत्र के कई इलाके शराब तस्करी के लिए बदनाम हैं। किशनपुरा, मलियाना, नई बस्ती, लल्लापुरा, मंगतपुरम इलाके ऐसे हैं, जहां घर-घर में शराब छिपाने के अड्डे हैं। यहां किराना की दुकानों पर भी खुलेआम शराब बिकती है। कई परिवारों की पीढ़ियां तक इस धंधे में लिप्त हैं। महिलाओं और बच्चों से शराब तस्करी कराई जाती है ताकि किसी को शक न हो। आलम ये है कि शराब तस्कर जेल जाते हैं और जमानत पर छूटकर आते ही फिर धंधा शुरू कर देते हैं। खरखौदा का घोसीपुर इलाका भी शराब तस्करी के लिए बदनाम है।