मेडल से मेधावियों की खुशियों को लगे पंख
31 वें दीक्षांत समारोह के लिए सजा नेताजी सुभाष चंद्र बोस ऑडिटोरियम। उत्तरीय पहनकर नियत स्थान पर बैठे हुए मेधावी। 9.30 बजे तक समस्त मेधावियों से ऑडिटोरियम भर चुका था। मंच से समारोह को लेकर निर्देश...
31वें दीक्षांत समारोह के लिए सजा नेताजी सुभाष चंद्र बोस ऑडिटोरियम। उत्तरीय पहनकर नियत स्थान पर बैठे हुए मेधावी। 9.30 बजे तक समस्त मेधावियों से ऑडिटोरियम भर चुका था। मंच से समारोह को लेकर निर्देश दिए जा रहे थे। जैसे-जैसे घड़ी की सुइयां आगे बढ़ती जा रही थी, मेधावियों की उत्सुकता भी चरम की ओर अग्रसर थी। इंतजार था समारोह शुरू होने और कुलाधिपति के हाथों अपनी मेहनत के सम्मान का। 10.45 पर जैसे ही ऑडिटोरियम के बाहर ग्राउंड में पंजाब रेजीमेंट के बैंड की धुन पर एनसीसी कैडेट्स के कदमतालों की आवाज कानों तक पहुंची मेधावियों के दिलों की धड़कन और तेज हो गईं। कुछ मिनट बाद शोभायात्रा ऑडिटोरियम में पहुंची तो मेधावियों के मोबाइल के कैमरे इस क्षण को कैद करने में जुट गए। ब्रह्मचारियों द्वारा वेद मंत्रों के साथ हुए स्वस्ति वाचन ने समारोह में चार चांद लगा दिए।
विवि के दीक्षांत समारोह का नजारा कुछ ऐसा ही था। मंच पर गुरुकुल प्रभात आश्रम के पांच ब्रह्मचारी वैदिक मंत्रोच्चारण कर रहे थे। वैदिक मंगला चारण के साथ कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल, मुख्य अतिथि प्रो.रमेश चंद, कुलपति प्रो.एनके तनेजा और रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार ने समारोह का शुभारंभ किया। प्रथम सत्र में दिव्या तेवतिया को कुलाधिपति रजत पदक, पूजा को डॉ.शकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक, शिवा चौधरी और शिवानी अहलावत को चौ.चरण सिंह स्मृति सिंह स्मृति प्रतिभा पुरस्कार प्रदान किया गया। विभिन्न कोर्स में विवि टॉप करने वाले 50 मेधावियों को प्रायोजित स्वर्ण पदक दिए गए। दूसरे सत्र में कुलपति प्रो.एनके तनेजा और प्रोवीसी प्रो.वाई विमला ने टॉपर स्टूडेंट को कुलपति स्वर्ण पदक प्रदान किए। करीब दो घंटे तक चले दूसरे सत्र में वर्ष 2019 के लिए 146 और वर्ष 2018 के लिए छह मेधावियों को कुलपति स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। 2019 के लिए 164 और 2018 के लिए छह मेधावियों को विशिष्ट योग्यता प्रदान दिए गए। दोनों सत्रों में 203 पदक, दो स्टूडेंट को चौ.चरण सिंह स्मृति प्रतिभा पुरस्कार और 170 मेधावियों को विशिष्ट योग्यता मिले। कुल 1290 छात्र-छात्राओं को विभिन्न संकायों में डिग्री प्रदान की गईं। कैप्टन डॉ.अवधेश कुमार के निर्देशन में एनसीसी कैडेट्स ने कुलाधिपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
यह मिला दीक्षांत समारोह में
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-08 छात्र-छात्राओं को कृषि संकाय में उपाधियां।
-47 मेधावियों को वाणिज्य संकाय में डिग्री।
-59 स्टूडेंट को शिक्षा संकाय में उपाधि।
-14 को विधि संकाय में डिग्री अवार्ड।
-302 मेधावियों को कला संकाय में उपाधि।
-304 स्टूडेंट को विज्ञान संकाय में उपाधियां।
-163 छात्र-छात्राओं को तकनीकी संकाय में डिग्री।
-313 छात्र-छात्राओं को चिकित्सा संकाय में उपाधि।
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कोर्सवार डिग्री
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-एक डीलिट और एक एलएलडी।
-107 छात्र-छात्राओं को पीएचडी।
-139 स्टूडेंट को एमडीएस की उपाधि।
-114 को एमबीबीएस की उपाधि।
-32 को एमडी और 13 को एमएस की उपाधि।
-01 एक छात्र को डीएम की उपाधि।
-39 स्टूडेंट को डिप्लोमा।
-08 मेधावियों को सर्टिफिकेट।
-471 को पीजी की उपाधियां।
-261 को यूजी की उपाधि।
-103 छात्र-छात्राओं को एमफिल की उपाधि।
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